जयपुर जिले में सर्वाधिक 3680 किसानों को लाभ मिला
जयपुर 3 हजार 680
सीकर 3 हजार 592
अलवर 2 हजार 755
झुंझुनूं 2 हजार 687
नागौर 2 हजार 406
टोंक 1 हजार 711
करौली 1 हजार 672
जोधपुर 1 हजार 638
अजमेर 1 हजार 413
बारां 1 हजार 217
भरतपुर 1 हजार 152 किसानों सहित राज्य के सभी जिलों के किसानों ने इस योजना का लाभ लिया।
तीन राज्यों में शुरू की थी सर्विस
आपको बता दें कि टैफे कम्पनी ने राजस्थान के साथ ही तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में भी किसानों के लिए अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत गत वर्ष इस योजना की शुरुआत की थी। जिससे किसानों को कोविड का खतरा कम हो सके। इसके तहत कंपनी राजस्थान में 11,000 ट्रैक्टर और 50,000 कृषि उपकरण और उत्तर प्रदेश में 3,000 ट्रैक्टर और 12,000 कृषि उपकरण उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया था। गत वर्ष भी कृषि विभाग के प्रयासों से टैफे ने कोविड की विकट परिस्थितियों में करीब 27 हजार किसानों को एक लाख घंटे से ज्यादा की नि:शुल्क सेवा दी गई थी। इस स्कीम को किसान समुदाय से अति उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली और इसके लागू होने के 75 दिनों के अंदर ही 160,000 एकड़ से अधिक में खेती का कार्य हुआ और इस रेंटल सेवा से फसल के महत्वपूर्ण मौसम में हजारों किसानों को लाभ हुआ था।
फैक्ट फाइल
: गत वर्ष शुरू की गई थी योजना
: राजस्थान के साथ तमिलनाडू और उत्तर प्रदेश में हुई शुरू
: गत वर्ष एक लाख घंटे से अधिक दी गई निशुल्क सेवा
: गत वर्ष राजस्थान में 27 हजार किसानों को मिला फायदा
: इस वर्ष 31 हजार किसानों ने लिया योजना का लाभ
जयपुर 3 हजार 680
सीकर 3 हजार 592
अलवर 2 हजार 755
झुंझुनूं 2 हजार 687
नागौर 2 हजार 406
टोंक 1 हजार 711
करौली 1 हजार 672
जोधपुर 1 हजार 638
अजमेर 1 हजार 413
बारां 1 हजार 217
भरतपुर 1 हजार 152 किसानों सहित राज्य के सभी जिलों के किसानों ने इस योजना का लाभ लिया।
तीन राज्यों में शुरू की थी सर्विस
आपको बता दें कि टैफे कम्पनी ने राजस्थान के साथ ही तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में भी किसानों के लिए अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत गत वर्ष इस योजना की शुरुआत की थी। जिससे किसानों को कोविड का खतरा कम हो सके। इसके तहत कंपनी राजस्थान में 11,000 ट्रैक्टर और 50,000 कृषि उपकरण और उत्तर प्रदेश में 3,000 ट्रैक्टर और 12,000 कृषि उपकरण उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया था। गत वर्ष भी कृषि विभाग के प्रयासों से टैफे ने कोविड की विकट परिस्थितियों में करीब 27 हजार किसानों को एक लाख घंटे से ज्यादा की नि:शुल्क सेवा दी गई थी। इस स्कीम को किसान समुदाय से अति उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली और इसके लागू होने के 75 दिनों के अंदर ही 160,000 एकड़ से अधिक में खेती का कार्य हुआ और इस रेंटल सेवा से फसल के महत्वपूर्ण मौसम में हजारों किसानों को लाभ हुआ था।
फैक्ट फाइल
: गत वर्ष शुरू की गई थी योजना
: राजस्थान के साथ तमिलनाडू और उत्तर प्रदेश में हुई शुरू
: गत वर्ष एक लाख घंटे से अधिक दी गई निशुल्क सेवा
: गत वर्ष राजस्थान में 27 हजार किसानों को मिला फायदा
: इस वर्ष 31 हजार किसानों ने लिया योजना का लाभ