यह भी पढें : करधनी सामूहिक आत्महत्या प्रकरण में आया नया मोड, मिला एक और सुसाइड नोट आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के जम्मू से बने अवैध हथियार लाइसेंस बनाने और बेचने के खुलासे के बाद उदयपुर की एसटीएफ ने नागालैंड के अवैध लाइसेंस पर हथियार खरीदने का पर्दाफाश किया। इसके बाद तीन दिन से जयपुर में उदयपुर की एसटीएफ की टीम डेरा डाले हैं। इससे पहले भी सीआई हनुमंत सिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में एक टीम जयपुर में छानबीन करके गई थी। टीम यहां से कई सबूत जुटा कर ले गई थी। इस बार एसटीएफ प्रभारी शैतान सिंह नाथावत के साथ टीम जयपुर आई है। टीम ने रामगंज, चांदपोल और सीकर में गन हाउसों से रिकॉर्ड जमा लिया है। इसके साथ ही सूत्रों के मुताबिक, नागालैंड के अवैध हथियार लाइसेंस से हिस्ट्रीशीटर और अन्य आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने हथियार ले लिए हैं। खुलासे के बाद से सभी आरोपित फरार हैं। जिनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।
यह भी पढें : किसानों ने सीकर से जयपुर आने वाली सब्जी और दूध की सप्लाई रोकी गन हाउस के मालिकों से पूछताछ एसटीएफ ने राजधानी जयपुर के रामगंज में शिकार गन हाउस से रिकॉर्ड लिया है। एसटीएफ ने गन हाउस के मालिक नजीर से पूछताछ की। उनसे नागालैंड के लाइसेंस पर हथियार देने के बारे में सवाल किए। इसके बाद एसटीएफ ने चांदपोल में राजस्थान गन हाउस के मालिक मुकेश शर्मा से पूछताछ के बाद रिकॉर्ड लिया है। एसटीएफ ने चांदपोल में स्थित जिंदल स्टोर के मालिक से पूछताछ कर रिकॉर्ड जब्त किया है। इसके साथ ही एसटीएफ की एक दूसरी टीम ने सीकर में सीकर गन हाउस के मालिक से घंटे पूछताछ की। वहां से भी जांच के लिए रिकॉर्ड जब्त किया है।