थानाधिकारी सीताराम ने बताया कि लोक कलाकार हरीश कुमार उर्फ क्वीन हरीश और उनके साथी कार से जोधपुर जा रहे थे कि सुबह करीब पौने छह बजे क्षेत्र के कापरड़ा गांव के पास अचानक उनकी टवेरा अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में हरीश कुमार, रवींद्र, लतीफ खान और भीखे खान की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि ख्यातनाम कलाकार हरीश कुमार उर्फ़ क्वीन हरीश सहित चार लोगों की दर्दनाक मृत्यु बेहद दुखद है। राजस्थान की लोक कला संस्कृति को समर्पित हरीश ने विशेष शैली में नृत्य कला से जैसलमेर को एक अलग पहचान दी। उनका निधन लोक कला क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है।
क्वीन हरीश का जन्म जैसलमेर जिले में एक गरीब परिवार में हुआ। करीब 38 साल के क्वीन हरीश के पिता का भी कम उम्र में ही निधन हो गया था। क्वीन हरीश दुनिया के 40 से 50 देशों में अपने शो कर चुके हैं।
उन्होंने जापान और कोरिया में सबसे ज्यादा शो किए। क्वीन हरीश के परिवार में पत्नी, बहन और दो बच्चे हैं। उनके एक खास दोस्त ने बताया कि वे बहुत हंसमुख थे। कभी नहीं सोचा था वो इतनी जल्दी दुनिया से चले जाएंगे।
क्वीन हरीश ने यह मुकाम पाने के लिए बहुत संघर्ष किया। वे जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते थे और उन्होंने ऐसा किया भी। डांस शो के अलावा क्वीन हरीश ने बॉलीवुड मूवी और कई टीवी शो में भी काम किया। लड़का होकर उन्होंने लड़की के रूप डांस किया, जिसे हर किसी ने पसंद किया।
क्वीन हरीश को गरीबी के कारण अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी थी। पढ़ाई छोड़ने के बाद उन्होंने एक पोस्ट ऑफिस में भी काम किया। लेकिन इस दौरान उन्होंने अपने डांस के शौक को कभी नहीं छोड़ा। वे दिन में काम करते और रात को डांस प्रेक्टिस। इसके बाद वे जैसलमेर में विदेशी पर्यटकों के लिए परफोर्म करने लगे।
इसके बाद वे जापान, कोरिया सहित दुनिया के कई देशों में परफोर्म करने पहुंचे, जहां उन्होंने राजस्थानी ट्रेडिशनल डांस में अपनी अलग पहचान बनाई। वे टीवी शो इंडिया गोट टैलेंट का हिस्सा भी रह चुके हैं। वे 2010 के इंडियन फैशन वीक में रैंप वॉक भी कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने प्रकाश झा की मूवी जय गंगाजल में आईटम सॉन्ग भी किया।