उपलब्धता बढ़ी
बाजार सूत्रों का कहना है कि कोरोना महामारी ने मिर्च मसालों की आपूर्ति श्रृंखला और मांग को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। निर्यात में गिरावट से देश में मसालों की उपलब्धता बढ़ी है, लेकिन श्रमिकों के पलायन से कारोबार भी प्रभावित हुआ है। भारत में 25 मार्च से देशव्यापी तालाबंदी हुई है। बेशक देश के सभी बंदरगाहों को अब खोल दिया गया है। उल्लेखनीय है कि भारत मसालों का सबसे बड़ा निर्यातक है। यह अपने कुल निर्यात का 27 प्रतिशत यूरोपीय देशों को एक्सपोर्ट करता है। गौरतलब है कि मिर्च की आवक फरवरी मार्च तक मंडियों में हो जाती है। नई मिर्च फरवरी से पहले नहीं आएगी। लिहाजा लालमिर्च में मंदी के आसार नहीं हैं। थोक बाजार भाव इस प्रकार रहे: चक्की आटा नमस्कार 1250 रुपए प्रति 50 किलो जीएसटी पेड। बेसन अरावली 1400, गणगौर 1425 रुपए प्रति 25 किलो। अजवायन मधुबाला 170, मधुबाला पोस्तदाना 1125, पोहा लाल गणेश 46, पोहा मधुबाला 53 रुपए प्रति किलो।
बाजार सूत्रों का कहना है कि कोरोना महामारी ने मिर्च मसालों की आपूर्ति श्रृंखला और मांग को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। निर्यात में गिरावट से देश में मसालों की उपलब्धता बढ़ी है, लेकिन श्रमिकों के पलायन से कारोबार भी प्रभावित हुआ है। भारत में 25 मार्च से देशव्यापी तालाबंदी हुई है। बेशक देश के सभी बंदरगाहों को अब खोल दिया गया है। उल्लेखनीय है कि भारत मसालों का सबसे बड़ा निर्यातक है। यह अपने कुल निर्यात का 27 प्रतिशत यूरोपीय देशों को एक्सपोर्ट करता है। गौरतलब है कि मिर्च की आवक फरवरी मार्च तक मंडियों में हो जाती है। नई मिर्च फरवरी से पहले नहीं आएगी। लिहाजा लालमिर्च में मंदी के आसार नहीं हैं। थोक बाजार भाव इस प्रकार रहे: चक्की आटा नमस्कार 1250 रुपए प्रति 50 किलो जीएसटी पेड। बेसन अरावली 1400, गणगौर 1425 रुपए प्रति 25 किलो। अजवायन मधुबाला 170, मधुबाला पोस्तदाना 1125, पोहा लाल गणेश 46, पोहा मधुबाला 53 रुपए प्रति किलो।