…रोजगार प्राप्त करने में आसानी होगी मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा कि राज्य सरकार ने पहल करते हुए प्रदेश में तो ईडब्ल्यूएस आरक्षण में अचल संपत्ति के प्रावधान हटा दिए हैं लेकिन केन्द्र की सेवाओं और शिक्षण संस्थाओं के लिए यह प्रावधान पहले की तरह ही लागू हैं। इसके चलते प्रदेश के युवाओं को राज्य एवं केन्द्र के लिए अलग-अलग प्रमाण पत्र बनवाने पड़ रहे है। यदि केन्द्र सरकार भी ईडब्ल्यूएस आरक्षण में अचल संपत्ति के प्रावधान हटाने का निर्णय लेती है तो इससे नौजवानों को अलग-अलग प्रमाण पत्र बनाने की परेशानी से मुक्ति मिल जाएगी और उन्हें शिक्षा एवं रोजगार प्राप्त करने में आसानी होगी।
युवा पीढ़ी को जटिलताओं से मिलेगी मुक्ति ( RAJASTHAN NEWS ) सीएम ने बताया कि ईडब्ल्यूएस के प्रमाण पत्र बनाने के लिए संपत्ति का मूल्य निर्धारण करना एक जटिल प्रक्रिया है जिससे इस वर्ग को आरक्षण का लाभ लेने में परेशानी होती है। ऐसे में इसका सरलीकरण किया जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने यह भी आशा की है कि राजस्थान सरकार के इस नवाचार को अपनाने के लिए अन्य राज्य भी प्रेरित होंगे और युवा पीढ़ी को जटिलताओं से मुक्ति मिलेगी।