जयपुर

Biporjoy की एंट्री से पहले ही Rajasthan में भारी नुकसान, 30 लोगों समेत 300 से ज्यादा मवेशियों की मौत.. आने वाले 48 घंटे घातक

Rajasthan Weather Alert: इसकी रफ्तार और नुकसान करने की क्षमता पिछले महीने आए छोटे मोटे साईक्लोन से कहीं ज्यादा है।

जयपुरJun 15, 2023 / 08:51 am

JAYANT SHARMA

heavy rain

Rajasthan Weather Alert: राजस्थान में बेमौसम बारिश, आंधी – अंधड़ कहर बनकर टूट रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी और ज्यादा नुकसान होना बाकि है। राजस्थान में पिछले एक महीने में आए आंधी और तूफान जानलेवा साबित हुए हैं। एक ही महीने में करीब तीस से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं। इसके अलावा बिजली विभाग का करोड़ों रुपयों का नुकसान हो चुका है। ओले गिरने और भयंकर बारिश के कारण करोड़ों रुपयों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। मौसम विभाग का कहना है कि पिछले महीने राजस्थान में जो आंधी तूफान आया था वह इस बिपरजॉय तूफान के सामने कुछ नहीं है। इसकी रफ्तार और नुकसान करने की क्षमता पिछले महीने आए छोटे मोटे साईक्लोन से कहीं ज्यादा है।
बच्चों, बुजुर्गों समेत तीस लोगों की मौत हो चुकी है कुछ दिनों में ही राजस्थान में…
राजस्थान में मई के महीने में 12 तारीख से लेकर 28 तारीख तक आए अलग अलग साइक्लोन जानलेवा साबित हो चुके हैं। आंधी, बारिश और बिजली गिरने के कारण भारी नुकसान हो चुका है। सबसे ज्यादा मौतें टोंक जिले में हुई हैं। टोंक जिले में सिर्फ तीन घंटों में बारिश और अंधड़ के कारण 12 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें चार लोग तो एक ही परिवार के हैं। इसके अलावा धौलपुर जिले में बारिश के दौरान मकान गिरने से मां और दो बच्चों की जान जा चुकी है। वहीं दौसा जिले में बारिश के दौरान छुपने के लिए पेड़ के नीचे और झोपड़ी में बैठे चार लोगों की बिजली गिरने से मौत हो चुकी है।
धौलपुर में ही बारिश के दौरान घर जा रहे दो दोस्तों की बिजली गिरने से मौत हो गईं । टोंक, भरतपुर, बाडमेर, जोधपुर में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। करीब तीन सौ से भी ज्यादा पशुओं की जान जा चुकी है तूफान के कारण सिर्फ तीन सप्ताह में। इन के अलावा तीन हजार से भी ज्यादा बिजली के पोल टूट गए। इन्हें सही करने में बिजली विभाग को बारह दिन का समय लग गया। अब बिपरजॉय के कारण राजस्थान सरकार फिर से टेंशन में है।

Hindi News / Jaipur / Biporjoy की एंट्री से पहले ही Rajasthan में भारी नुकसान, 30 लोगों समेत 300 से ज्यादा मवेशियों की मौत.. आने वाले 48 घंटे घातक

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.