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ऐसे में सहायक पुलिस आयुक्त मानसरोवर कार्यालय पर बड़ी संख्या में सैनी समाज के महिलाएं व पुरूष और स्थानीय लोग एकत्रित हुए। उन्होंने एसीपी और थाना प्रभारी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। पुलिस की कार्यप्रणाली से गुस्साए परिजनों ने कहा कि यदि पुलिस मदद करे तो लापता मुकेश का पता लग सकता है। नौकरी के लिए निकला था, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल मान्यावास के गोपाल नगर निवासी जगदीश सैनी ने बताया कि उसका भाई मुकेश सैनी (28) अकाउंटेंट का काम करता है। हर दिन की तरह मुकेश 3 नवंबर को सुबह घर से निकला था। करीब साढ़े दस बजे उसने अपने घर पर आखिरी बार फोन पर बात की थी। इसके बाद दोपहर में परिजनों ने मुकेश को फोन किया तो उसका फोन स्विच ऑफ था। दोपहर करीब 12 बजे के बाद मुकेश को कई बार फोन किया गया। लेकिन कॉल बार-बार स्विच ऑफ बता रही थी। शाम तक फोन पर बात नहीं हुई तो परिजन घबरा गए। उसके बाद से ही परिजन अपने स्तर पर मुकेश की तलाश कर रहे हैं। लेकिन, उनका आरोप है कि पुलिस सहयोग नहीं कर रही हैं। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।