चार दिवसीय कांफ्रेंस में हार्मोन से संबंधित बीमारियों पर चर्चा की जा रहीं है। डॉक्टर्स की ओर से अपने नए रिसर्च, ट्रीटमेंट और नई दवाईयों व टेक्नॉलोजी पर एक्सपीरियंस शेयर किए जा रहें है। इस कांफ्रेंस में सभी डॉक्टर्स की स्पीच में सबसे बड़ा विषय डायबिटिज है, जो दुनियाभर में फैल रहा है।
कॉन्फ्रेंस के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन, डॉ शैलेश लोढ़ा और डॉ प्रकाश केसवानी ने बताया कि देश के एक्सपर्ट एंडॉकिनलॉजिस्ट ने विभिन्न सेशन में कोरोना के बाद पड़ने वाले दुष्प्रभाव के कारण एंडोक्राइन से जुड़ी हार्मोन इश्यूज से होने वाली डायबिटीज और थायराइड डिजीज पर अपने विचार साझा किए।
डॉ. शशांक जोशी ने कहा कि पूरी दुनिया को एक साथ अपनी चपेट में लेने वाली वैश्विक महामारी कोविड-19 के वैक्सिनेशन के बाद सब कुछ सामान्य होता दिख रहा था। लेकिन अब इसके दुष्प्रभाव भी सामने आने लगे हैं। जिसका सीधा असर ह्यूमन ऑर्गन पर पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण डायबिटीज और बढ़ता मोटापा है, जो कोरोना के बाद तेजी से बढ़ा है।