पुलिस ने आरोपियों के पास से 6 किलो 165 ग्राम हाथी के दांत बरामद किए है। जिसकी बाजार कीमत करीब एक करोड़ रुपए आंकी जा रही है। पुलिस ने वन्य जीव संरक्षण के तहत मामला दर्ज करते हुए वन विभाग को सूचना दे दी। वहीं हाथी दांत की जांच भी कराई जा रही है।
डीसीपी क्राइम विनीत कुमार ने बताया कि सीआईयू टीम के एसआई गुलझारी लाल, एएसआई द्वारकाप्रसाद, पुरुषोत्तम, सरदार सिंह, हैडकांस्टेबल नाथूलाल, उदय सिंह, जगदीश, कांस्टेबल मनेन्द्र अविनाश, भूरा राम, चालक बिशन, हीरालाल, सुरेन्द्र सिंह व ब्रहमपुरी एसआई इमरत सिंह, कांस्टेबल अमीलाल, ओमप्रकाश, महिला कांस्टेबल किरण, मो. साजिद शामिल रहे।
वन विभाग के आला अधिकारियों ने बोगस ग्राहक बनकर पंसारी की दुकान से दुकानदार को हाथी दांत का चूरा व अन्य प्रतिबंधित सामग्री की बिक्री करते हिरासत में लिया था। वन विभाग के एसीएफ अभिषेक शर्मा ने बताया कि शहर के कोतवाली बाजार में डींगिया पंसारी की दुकान पर हाथी दांत का चूरा और जंगली छिपकली के अंगों का व्यवसाय किया जा रहा था। लम्बे समय से विभाग को इस सम्बंध में शिकायत मिल रही थी, जिस पर सोमवार देर शाम को एक बोगस ग्राहक दुकान पर सामान खरीदने भेजा।
अलवर में भी इसी अक्टूबर महीने में कार्रवाई को अंजाम दिया। वन विभाग की टीम ने शहर के पंसारी बाजार में कार्रवाई करते हुए हाथी दाँत संबंधी सामान बेचते एक व्यापारी सुरेश चंद जैन को गिरफ्तार किया। टीम ने दुकान से हाथी दांत संबंधी एवं वन्य जीव से जुड़ा एक अन्य प्रतिबंधित सामान जप्त किया। वन विभाग को एनजीओ पीपल फॉर एनिमल्स से जुड़े दीपक ने बाजार में हाथी दांत वन्यजीवों के प्रतिबंधित उत्पाद बेचने की जानकारी दी थी, जिस पर वन विभाग के कर्मचारियों को हाथी दांत का बुरादा खरीदने के लिए भेजा गया।