वहीं आज चांद दिखा तो ईद-उल-फितर 22 अप्रेल को मनाई जाएगी। इसकी तैयारियां जोर शोर से चल रही है। मस्जिदों में रोशनी की जा रही है। उधर, रमजान माह में चारदीवारी क्षेत्र में ईद की खरीदारी के प्रति भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। रामगंज और घाटगेट बाजार में देर रात तक लोग कपड़े, टोपी, सेवइयां, फल, खजूर आदि की खरीददारी करते दिखे।
‘जमात उल-विदा’ एक अरबी शब्द है, जिसका अर्थ होता है रमजान का आखिरी जुम्मा। इस पर्व को मुसलमानों द्वारा दुनिया भर में खूब धूम-धाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। जमात-उल-विदा को लेकर ऐसी मान्यता है कि पैगंबर मोहम्मद साहब ने इस दिन अल्लाह की विशेष इबादत की थी ।