क्षेत्र में रात को सर्दी और दिन में एकाएक तापमान के बदलाव के कारण क्षेत्र में वायरल के मरीज एकाएक बढ़ गए हैं। हर कोई इस वायरल की चपेट में आ रहा है। स्थिति यह है कि चौमूं उपजिला अस्पताल में ओपीडी 1200 के पार चल रही है। सुबह अस्पताल खुलने के साथ ही पर्ची काउंटर पर लंबी कतार देखने को मिल रही है। पर्ची के बाद ओपीडी कक्ष में चिकित्सक से लेकर जांच कक्ष तक मरीजों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। इस बार वायरल आसानी से पीछा भी नहीं छोड़ रहा है। एक बार वायरल की चपेट में आए मरीज को ठीक होने में से दो सप्ताह तक लग रहे है। (कासं.)
सरकारी में डेंगू नहीं
सामान्य वायरल मौसमी बिमारियों के साथ मच्छर जनित बीमारियों के मरीज भी सामने आ रहे हैं। हालांकि शहर के उपजिला अस्पताल में चिकित्सक डेंगू से पीडि़त मरीज नहीं बता रहे हैं, जो राहत दे रही है, लेकिन निजी में जरूर डेंगू के मरीज सामने आए हैं।जोड़ों में दर्द और खुजली के मरीज भी
वायरल एवं मच्छर जनित बुखार के मरीजों के साथ जोड़ों में दर्द और खुजली के मरीज भी सामने आ रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि इस बार पूरे शरीर पर (एजर्ली) खुजली से पीडि़त मरीज देखे गए हैं। इसके अलावा जोड़ों में दर्द के मरीजों का भी उपचार किया जा रहा है। बुखार के बाद मरीजों में कमजोरी भी देखी जा रही है।बच्चों में भी बढ़ रही मौसमी बीमारी
बढ़ी मौसमी बीमारियों में छोटे बच्चे और बुजुर्ग भी पीड़ित हैं। उप जिला अस्पताल में पहुंचे रहे मौसमी बीमारियों के मरीजों में से तकरीब 30 से 40 बच्चे ही शामिल हैं। यहां अस्पताल में जहां पहले 900 से 1000 का आउटडोर चल रहा था। वह अब 1200 के पार पहुंच रहा है।बरतें सावधानी
चिकित्सकों ने बताया कि दिन में तेज धूप का असर हो रहा है। इससे बचाव करें। इसके अलावा घरों के आसपास पानी का भराव नहीं होने दें। कूलर के पानी को रोजाना साफ किया जाए। बाहर के खाने से बचने के साथ ही घर का ताजा भोजन करना चाहिए। मच्छर जनित बीमारियां बढने की संभावना के बीच जागरूक होने की जरूरत है।इनका कहना है
दिन में तेज धूप और रात को हल्की ठंड हो रही है। इससे बचाव करने के साथ ही अपने घर के आसपास भरे गड्ढों व अन्य जगह पर जला हुआ ऑयल डालना चाहिए। ताकि मच्छर जनित रोग से बचा जा सके। इस बार एलर्जी के मरीज भी बढे हैं। इस बार बुखार का असर पांच से सात दिन तक देखा जा रहा है। शरीर में कमजोरी आ रही है। हालांकि अभी अस्पताल में डेंगू के मरीज सामने नहीं आए हैं। डॉ. सुरेश जांगिड़, प्रभारी, उपजिला अस्पताल, चौमूं।