जयपुर. जंक फूड के अत्यधिक सेवन से बच्चों का कद नहीं बढ़ रहा है। ज्यादातर बच्चे कम उम्र में ही ओबेसिटी के शिकार हो रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2030 तक 2.70 करोड़ बच्चे मोटापे की गिरफ्त में आ जाएंगे। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) की एक रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में मोटापे की दर 2.1 से बढ़कर 3.3 प्रतिशत तक पहुंच गई है। यह मोटापा बच्चों के कद पर भारी पड़ रहा है। चिकित्सकों के अनुसार राजधानी के शिशु अस्पतालों में रोजाना ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं।……
ग्रोथ हार्मोन पर असर डालता है मोटापाकिसी भी बच्चे की लंबाई उसके शरीर के अंदर मौजूद ग्रोथ हार्मोन पर निर्भर करती है। यह हार्मोन कद बढ़ाने के साथ हड्डियां और मांसपेशियां बनाने का भी काम करता है। जंक फूड के ज्यादा सेवन से ग्रोथ हार्मोन प्रभावित होता है। पौष्टिक आहार नहीं लेने पर ग्रोथ हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है। इस कारण बच्चों की उम्र के हिसाब से हाइट कम रह जाती है।
अपनी उम्र से 9 इंच कम है हाइट
आदर्श नगर निवासी महिला ने बताया कि उनका बेटा 12 वर्ष का है। उम्र के मुताबिक उसकी हाइट 9 इंच कम है। जांच में कैल्शियम, विटामिन डी सहित कई पौष्टिक तत्वों की कमी मिली। बच्चा जंक फूड ज्यादा खाता है और उसका वजन 59 किलोग्राम है। चिकित्सकों ने बताया कि ओबेसिटी के कारण कद नहीं बढ़ रहा है।
15 साल की उम्र में 70 किलो वजन
बनी पार्क निवासी महिला ने बताया कि उनकी बेटी को पिज्जा, बर्गर आदि काफी पसंद है। इस कारण वह ओबेसिटी की शिकार हो गई। महज 15 वर्ष में उसका वजन 70 किलोग्राम हो गया, लेकिन कद कम रह गया। डॉक्टर्स ने हाइट नहीं बढ़ने का मुख्य कारण ओबेसिटी बताया है।
बच्चों को दें पौष्टिक आहारटॉपिक एक्सपर्ट
डॉ. अशोक गुप्ता,शिशु रोग विशेषज्ञअस्पतालों में रोजाना ऐसे 4 से 5 मामले सामने आ रहे है। ऐसे बच्चों को आनुवांशिक कोई दिक्कत नहीं होती है, लेकिन अत्यधिक ओबेसिटी के कारण उनकी ग्रोथ नहीं हो पा रही है। बच्चों को जंक फूड नहीं देना चाहिए। पौष्टिक आहार से ग्रोथ हार्मोन की मात्रा बढ़ती है और इसके बढ़ने से ही बच्चों की हाइट भी बढ़ती है।