एडवर्ड ने बताया कि इस यात्रा के दौरान एक-दूसरे को करीब से समझने का मौका भी मिल रहा है। हालांकि यह सुनने में बड़ा ही आकर्षक लगता है, लेकिन साइकिल पर दुनिया का भ्रमण आसान नहीं है। वे 16 से अधिक देशों की साइकिल से यात्रा कर चुके हैं। करीब 11000 किलोमीटर की यात्रा कर वे अब नेपाल होते हुए जर्मनी जाएंगे।
एडवर्ड की होने वाली बेटर हाफ सोफी ने बताया कि वातावरण व मौसम के कारण कई बार तकलीफें आयी, वहीं कुछ जगहों पर लोगों का व्यवहार और सरकारी अधिकारियों से परेशानी भी उठानी पड़ी। इसके विपरीत भारत में किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा, बल्कि यहां हर जगह स्वागत सत्कार हुआ। जयपुर की मीनाकारी की ज्वैलरी पसंद आई, जिसे वह शादी में पहनेंगी। सोफी ने कहा कि वे शादी के बाद फिर से जयपुर आएंगे।
इन देशों की कर चुके यात्रा
ऑस्ट्रिया, हंगरी, स्लोवेनिया, क्रोएशिया, बोस्निया, हर्जेगोविना, मॉन्टेनीग्रो, अल्बानिया, मैसेडोनिया, ग्रीस, तुर्की, जॉर्जिया, आर्मेनिया, ईरान, पाकिस्तान। कुन्दन मीनाकारी की ज्वैलरी पंसद आई
खजाना महल के डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि एडवर्ड और सोफी ने म्यूजियम में पूरा दिन बिताया। रत्न और ज्वैलरी की जानकारी ली। भारतीय परंपराओं में 16 शृंगार की ज्वैलरी को पसंद आई। अंगूठी, गले का हार, कान की बालियां और चूडियों की जानकारी ली। कुन्दन मीनाकारी की ज्वैलरी उसे पंसद भी आई। इस दौरान उन्होंने अपने पति से वादा करवाया कि विवाह में वह कुन्दन मीना की ज्वैलरी पहनेंगी।
ऑस्ट्रिया, हंगरी, स्लोवेनिया, क्रोएशिया, बोस्निया, हर्जेगोविना, मॉन्टेनीग्रो, अल्बानिया, मैसेडोनिया, ग्रीस, तुर्की, जॉर्जिया, आर्मेनिया, ईरान, पाकिस्तान। कुन्दन मीनाकारी की ज्वैलरी पंसद आई
खजाना महल के डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि एडवर्ड और सोफी ने म्यूजियम में पूरा दिन बिताया। रत्न और ज्वैलरी की जानकारी ली। भारतीय परंपराओं में 16 शृंगार की ज्वैलरी को पसंद आई। अंगूठी, गले का हार, कान की बालियां और चूडियों की जानकारी ली। कुन्दन मीनाकारी की ज्वैलरी उसे पंसद भी आई। इस दौरान उन्होंने अपने पति से वादा करवाया कि विवाह में वह कुन्दन मीना की ज्वैलरी पहनेंगी।
चार दिन जयपुर में रहे
एडवर्ड व सोफी चार दिन गुर्जर घाटी स्थित रघुवीर के घर रहे। रघुवीर ने बताया कि 4 दिन उन्होंने यहां राजस्थानी व्यंजनों का मजा उठाया। उन्होंने यहां आमेर महल, सिटी पैलेस, जंतर-मंतर, अल्बर्ट हाल और हवामहल भी देखा।
एडवर्ड व सोफी चार दिन गुर्जर घाटी स्थित रघुवीर के घर रहे। रघुवीर ने बताया कि 4 दिन उन्होंने यहां राजस्थानी व्यंजनों का मजा उठाया। उन्होंने यहां आमेर महल, सिटी पैलेस, जंतर-मंतर, अल्बर्ट हाल और हवामहल भी देखा।