Bisalpur Dam: राजस्थान में मानसून कमजोर रहने से इस बार बीसलपुर बांध पूरा नहीं भर पाया। जल संसाधन विभाग ने फसलों की सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ना भी बंद कर दिया है। किसानों को सिर्फ 26 दिन पानी दिया गया। अभी बांध में 55 प्रतिशत पानी शेष है। यहां के पानी की जयपुर, अजमेर तक के लोगों को आपूर्ति होती है। इस बार पानी की मात्रा कम होने से आपूर्ति पर आशंका के बादल मंडरा रहे हैं। अगले सीजन में बारिश नहीं हुई और विभाग ने कोई ठोस प्लान नहीं किया तो जयपुर, अजमेर, बस्सी, दौसा, दूदू चाकसू सहित अन्य जिलों में पेयजल को लेकर विकट स्थिति हो सकती है। बांध में अभी पानी इतना ही है कि अजमेर व जयपुर में इस सीजन तक जलापूर्ति हो सकती है। बीसलपुर बांध में इस बार सीजन में कुल 10.225 टीएमसी पानी आया। गत माह बांध से फसलों में सिंचाई के लिए 1.586 टीएमसी पानी दिया गया। इसके बाद अब बांध में कुल जलभराव क्षमता का 55 प्रतिशत पानी शेष है। यह पानी एक वर्ष के लिए पर्याप्त है।
प्रतिदिन एक हजार एमएलडी जलापूर्ति
बीसलपुर से टोंक-उनियारा पेयजल परियोजना के तहत 56 एमएलडी पानी प्रतिदिन दिया जाता है। अजमेर पेयजल परियोजना में 330 एमएलडी तथा जयपुर व दूदू- चाकसू पेयजल परियोजना में 614 एमएलडी पानी की आपूर्ति प्रतिदिन की जाती है। ऐसे में एक हजार एमएलडी पानी प्रति दिन जलापूर्ति के लिए दिया जा रहा है। यह अगले साल तक पर्याप्त होगा
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बांध की वर्तमान स्थिति
बांध के जलग्रहण क्षेत्र में कम बरसात के कारण 10.225 टीएमसी पानी आया। 4 अक्टूबर 2023 को बांध का गेज 313.76 मीटर था, जो पूर्ण भराव क्षमता का 68 प्रतिशत था। मंगलवार को बांध का गेज 312.73 आरएल मीटर दर्ज किया है।
नहरी तंत्र पर नजर
बांध की 51.64 किमी लम्बी दायीं मुख्य नहर से 218 गांवों की 69 हजार 393 हेक्टेयर जमीन सिंचित होती है। बायीं मुख्य नहर 18.65 किलोमीटर लम्बी तथा कुल वितरण तंत्र 93.62 किलोमीटर लम्बा है। ये टोडारायसिंह क्षेत्र के 38 गांवों में 12407 हेक्टेयर सिंचित करती है।
इस साल मानसून की कमी रही। अगले वर्ष अगर बारिश कम हुई तो ज्यादा परेशानी हो सकती है। जयपुर, अजमेर आदि स्थानों पर पेयजल आपूर्ति की मात्रा बढ़ाने या घटाने को लेकर जयपुर स्तर पर निर्णय होता है।
वी.एस. सागर, अधीक्षण अभियंता बीसलपुर बांध