राजकीय चिकित्सालय में निशुल्क दवा उपलब्ध होने पर भी मरीजों को वह दवा बाजार से खरीदनी पड़ रही है। एक महिला मरीज के परिजनों इसकी शिकायत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से की है। महिला रोगी चावलीदेवी के परिजनों ने बताया कि डॉ. सुभाष भिडासरा की ओर से रोगियों को बाहर के इंजेक्शन लिखे जा रहे हैं जबकि वही इंजेक्शन चिकित्सालय में निशुल्क उपलब्ध हैं। रोगियों से बाहर प्रति इंजेक्शन 180 रुपए वसूले जा रहे हैं। परिजनों ने बताया कि चावली देवी को ब्रेन हेमरेज के कारण शनिवार को चिकित्सालय के आईसीयू में भर्ती कराया गया। इसके बाद डॉक्टर ने उसकी बाहर से जांच करवाई व इंजेक्शन भी बाहर का लिखकर दिया। इसी प्रकार डेंगू रोगी सरबतीदेवी के परिजनों ने बताया कि शनिवार शाम तीन बजे के बाद डॉक्टरों ने उनके रोगी की कोई सुध नहीं ली। इससे रोगी व उनके परिजन परेशान हैं। हालत यह है कि रविवार को छुट्टी के दिन चिकित्सालय केवल बीडीएस, शिशु रोग विशेषज्ञ, महिला चिकित्सक व आयुष डॉक्टर के सहारे चलता है जबकि सूचना पट्ट पर अवकाश वाले चिकित्सकों के संबंध मेंं कोई सूचना अंकित नहीं रहती। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रीतमोहिन्दर सिंह ने कहा कि डॉ. भिडासरा की काफी शिकायत हैं। इस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।