स्कूल की प्रिंसीपल कुमुद शर्मा ने बताया कि बच्चों को सीखाने के लिए शिक्षकों से बड़ा प्रेरणा स्त्रोत कोई दूसरा नहीं हो सकता। शिक्षक निर्धारित ड्रेस कोड में आएंगे तो बच्चे भी उनसे यहीं अनुशासन सीखेंगे। वे भी अनुशासित होंगे। शिक्षकों के लिए आईडी-कार्ड पिछले साल ही बन गए थे। इस साल बच्चों के लिए भी बनवाए गए हैं। ड्रेस कोड के लिए दो टीचर की कमेटी बनाई थी। ड्रेस के लिए बजट सभी शिक्षकों ने दिया। हमने सब के लिए एक साथ कपड़े खरीद लिए।
पहली से बारहवीं कक्षा तक के स्कूल में 250 बच्चे हैं। वहीं प्रिंसीपल समेत 16 शिक्षक हैं। इनमें 12 महिलाएं व चार पुरुष हैं। स्कूल केवल दो सौ वर्ग गज के मकान में चल रहा है। पहली से पांचवी तक के बच्चों के लिए स्कूल प्रशासन ने पास ही में एक हॉल किराए पर ले रखा है। प्राथमिक कक्षाएं हॉल में चल रही हैं।
दो प्रकार का है ड्रेस कोड ( Two Types Dress Code ) शिक्षकों के लिए दो प्रकार का ड्रेस कोड निर्धारित किया है। एक ड्रेस तैयार होकर आ चुकी है। वहीं दूसरी प्रकियाधीन है।
सोमवार, बुधवार, शुक्रवार : नीली साड़ी, सफेद शर्ट और डार्क ब्राउन मंगलवार, गुरुवार, शनिवार : ग्रीन साड़ी, लाइट ब्लू कलर, ब्लैक पेंट