कलक्टर ने बैठक में नगर निगम ग्रेटर एवं हैरिटेज के अधिकारियों को 15 जून से बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के निर्देश दिये। उन्होंने जयपुर विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों को मानसून से पूर्ण ढीले तारों को कसने, झुके हुए बिजली के पोलों को सीधा करने, खुले फीडरों बंद करने, खुले तारों को दुरुस्त करने एवं जमीन पर स्थित ट्रांसफार्मरों को ऊपर रखने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने कहा कि नगर निगम हेरिटेज क्षेत्र में जो मकान जर्जर अवस्था में है उन्हें चिन्हित कर लिया जाए एवं उन्हें मानसून सत्र से पूर्व खाली कराया जाए। उन्होंने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग को सभी बांधों एवं एनीकट की जांच, मरम्मत करने के निर्देश दिए। उन्होंने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिवृष्टि होने पर भूमि कटाव और जलभराव से निपटने एवं रेस्क्यू ऑपरेशन्स के लिए आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता रखी जाए।
जिला कलक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने यहां बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित कर ले एवं उन पर पूरी जानकारी रखने वाले अधिकारियों को ही नियुक्त किया जाए। उन्होंने चिकित्सा विभाग, रसद विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, सिविल डिफेंस, पुलिस, एसडीआरएफ, सेना, वन विभाग, नगर निगम, जेडीए एवं अन्य कई विभागों के अधिकारियों को भी मानसून के दौरान आवश्यकता होने पर राहत कार्यों के सम्बन्ध में निर्देश दिए।