यह भी पढ़ें : पिंकसिटी की लाइफलाइन से अब डिस्चार्ज घटाया… जानिए अब आगे क्या होगा…पिछले एक पखवाड़े से छलक रहा बीसलपुर डेम मालूम हो इस बार मानसून सीजन में बांध में पानी की बंपर आवक हुई है। हालांकि अगस्त माह में बांध छलकने से दूर रहा लेकिन माह के अंत में त्रिवेणी में पानी का बहाव 4 मीटर से ज्यादा होते ही बीसलपुर बांध छलकने के कगार पर जा पहुंचा। पिछले एक पखवाड़े से बांध के कुछ छह गेट खुले और क्रमवार 5 गेट पिछले सप्ताह तक बंद कर दिए गए। बांध का अब सिर्फ एक गेट 10 सेंटीमीटर ऊंचाई तक तक खुला है और 600 क्यूसेक पानी डाउन स्ट्रीम में छोड़ा जा रहा है।
यह भी पढ़ें : बीसलपुर डेम का खुला एक रेडियल गेट अटका… जानिए क्या हुआ ऐसा… त्रिवेणी में पानी का बहाव अब 3 मीटर से थोड़ा कम हो गया है। वहीं बीसलपुर बांध का गेज अभी उच्चतम जलभराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर पर है और इस लेवल से अधिक आ रहे पानी को बनास नदी में छोड़ा जा रहा है।
गौरतलब है कि जयपुर, अजमेर और टोंक जिले को बीसलपुर बांध से रोजाना करोड़ों लीटर जलापूर्ति होती है और इसके चलते रोजाना बांध का जलस्तर एक सेंटीमीटर कम होता है लेकिन इस बार त्रिवेणी से पानी की आवक बांध में लगातार होने से बांध का जलस्तर रूटीन जलापूर्ति और पानी की निकासी के बावजूद 315.50 आरएल मीटर पर स्थिर रहा है।
गौरतलब है कि जयपुर, अजमेर और टोंक जिले को बीसलपुर बांध से रोजाना करोड़ों लीटर जलापूर्ति होती है और इसके चलते रोजाना बांध का जलस्तर एक सेंटीमीटर कम होता है लेकिन इस बार त्रिवेणी से पानी की आवक बांध में लगातार होने से बांध का जलस्तर रूटीन जलापूर्ति और पानी की निकासी के बावजूद 315.50 आरएल मीटर पर स्थिर रहा है।