टी-1 स्कीम, महावीर नगर विकास समिति के अध्यक्ष पवन जैन ने बताया कि आवारा श्वानों की समस्या से महिलाओं और बच्चों का कॉलोनी में घूमना-फिरना लगभग बंद सा हो गया है। किसी भी हादसे की आशंका के भय से लोग जरूरी काम हो, तभी बाहर निकलते हैं।
विकास समिति के सदस्य अरुण पुंगलिया ने बताया कि कॉलोनी में जो भी वाहनचालक आता है उस पर ये श्वान हमला किए बगैर नहीं रहते। कई बार तो चालक खुद को बचाने के चक्कर में गिरकर घायल भी हो गए। इसके अलावा सर्द रातों में ये श्वान वाहनों की आवाज से बिदक कर भौंकते भी हैं, जिससे लोगों की नींद में खलल पड़ रहा है।
कॉलोनी के स्थानीय लोगों ने बताया कि आवारा श्वानों को पकड़वाने के लिए उन्होंने स्थानीय पार्षद से गुहार लगाई। पार्षद ने नगर निगम में शिकायत दर्ज कराने को कहा। लोगों ने जब नगर निगम में संपर्क साधा तो जिस भी अधिकारी से बात करते वह किसी अन्य अधिकारी के नंबर दे देता और जब उससे बात करते तो वह किसी तीसरे अधिकारी से बात करने को कहता। इससे परेशान होकर लोगों ने उम्मीद ही छोड़ दी। दूसरी ओर निगम के एक अधिकारी ने तो ये भी जवाब दिया कि हाइकोर्ट ने आवारा श्वानों को पकडऩे पर रोक लगा रखी है।
आवारा श्वानों ने अभी कुछ दिन पहले ही बछड़ों को मार दिया था। ऐसा पहले भी कई बार हो चुका। कॉलोनीवासी इन श्वानों से काफी परेशान है। जल्दी ही इनको यहां से हटाया जाए।
-पवन जैन,अध्यक्ष, टी-1 स्कीम, महावीर नगर विकास समिति
-अरुण पुंगलिया, पूर्व सचिव, टी-1 स्कीम, महावीर नगर विकास समिति
– लोगों को हो रही परेशानी जायज है। नगर निगम जोन और अधिकारियों को भी इस बारे में बताया जा चुका है। लेकिन इस ओर नगर निगम की ओर से सकारात्मक रवैया नहीं अपनाया जा रहा है।
– महेन्द्र अजमेरा, क्षेत्रीय पार्षद