प्रकाश कुमावत…जयपुर। कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रदेश के श्रद्धालुओं को अन्य राज्यों में कावड़ यात्रा पर नहीं जाने की अपील की है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजीव स्वरूप ने कहा है कि कोरोना महामारी को देखते हुए उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड़ एवं हरियाणा की राज्य सरकारों ने श्रावण मास में कावड़ यात्राएं सोशल डिस्टेंसिंग के साथ स्थानीय स्तर पर ही आयोजित किए जाने का निर्णय किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने प्रदेश के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को पत्र लिखकर राजस्थान से कावड़ यात्राएं नहीं भेजे जाने के संबंध में आग्रह किया है। इसे देखते हुए राजस्थान से इन राज्यों में श्रद्धालु कावड़ लेकर नहीं जाएं। वहां इन यात्राओं को प्रवेश नहीं दिए जाने से उन्हें असुविधा हो सकती है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने प्रदेश के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को पत्र लिखकर राजस्थान से कावड़ यात्राएं नहीं भेजे जाने के संबंध में आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं विशेषज्ञों ने आगामी जुलाई एवं अगस्त माह में कोरोना संक्रमण की स्थिति विकट होने की आशंका व्यक्त की है। ऎसे में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना बेहद जरूरी है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि स्वयं के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए तथा जीवन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए वे अन्य राज्यों में कावड़ यात्रा पर नहीं जाएं। स्थानीय स्तर पर ही घरों मे रहकर पूजा-अर्चना करें।
धर्मगुरूओं, संत—महंतों और सामाजिक संगठनों से आग्रह
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने धर्मगुरूओं, संत-महंतों एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों से भी आग्रह किया है कि वे कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए श्रद्धालुओं एवं आमजन को घर पर रहकर ही जलाभिषेक एवं पूजा-अर्चना के कार्यक्रम करने के लिए प्रेरित करें, ताकि हम कोरोना की जंग को आगे भी सफलतापूर्वक लड़ सकें।