बैठक में बिजली, पानी, निगम और जेडीए विभाग जनप्रतिनिधियों के टारगेट पर रहे। मंत्री, विधायकों ने बिजली, पानी सहित अन्य विभागों की लगातार आ रही शिकायतों पर अफसरों की खिचाई की। इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने साफ और स्पष्ट हिदायत देते हुए अफसरों से कहा कि वे अपने सिस्टम को सुधार लें क्यों कि समाधान नहीं होने के कारण जनता परेशान हो रही है। कहा कि कोई बहाना नहीं चलेगा काम करना होगा। सुबह करीब साढे ग्यारह बजे बैठक हुई, दो घंटे तक चली। इस दौरान अफसरों ने जब बजट की बात कही तो सभी ने चुप्पी साध ली।
बैठक में खाचरियावास ने कलेक्ट्रेट की सिंगल विंडो लेकर सवाल खडे किए। उन्होंने कहा कि जनता के लिए बैठे कर्मचारी को अपने व्यवहार में परिवर्तन लाना होगा। जो व्यक्ति सिंगल विंडो पर अपने काम कराने आ रहा है, उससे अच्छा व्यवहार नही होता है। अगर कोई व्यक्ति पढ़ा लिखा नही है, उसकी मदद की जाए। बैठक में भाजपा का एक भी विधायक शामिल नहीं हुआ। इस पर कांग्रेस ( Congress ) विधायकों ने भी सवाल खड़े किए।
खाद्य सुरक्षा पर नाराजगी बैठक में खाचरियावास ने खाद्य सुरक्षा योजना पर नाराजगी जताई। जयपुर शहर में 53 फीसदी योजना के दायरे में आता है, लेकिन 13 त्न ही लोगों को योजना का लाभ मिल रहा है। खाचरियावास ने रसद अधिकारी को अभियान चलाकर गेहूं देने की योजना को बढाने के निर्देश दिए।