पुलिस ने बताया कि ईश्वर बस्ती निवासी राजेश उर्फ सोनू आैर कबीर नगर के पास लोहागल निवासी अतुल परमार उर्फ सिद्धार्थ को गिरफ्तार किया गया है। श्रीनगर रोड स्थित सावर हाउस निवासी लीलाराम ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करार्इ थी। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि एक लिफाफे में धमकी भरा पत्र मिला है, पत्र में लिखे अनुसार रात को करीब 9 बजे फोन करके धमकाया आैर कहा कि पैसे पहुंचा देना, नहीं तो अंजाम बुरा होगा।
शिकायत के बाद हरकत में आर्इ पुलिस ने टीम गठित कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को पता चला है कि आरोपी राजेश ने फाइनेंस पर चारपहिया वाहन ले रखा था, जो किश्त जमा नहीं होने के कारण जब्त हो गया था। उस पर करीब छह लाख रुपए का कर्ज है।
जेबकतरे से छीना मोबाइल करीब डेढ़ महीने पहले राजेश ने एक जेबकतरे से मोबाइल फोन छीन लिया था और सिम कार्ड निकालकर फेंक दिया। दीपावली के दिन उसने अपने एक परिचित विक्रम से मोबाइल फोन लिया। इसके बाद 21 नवम्बर को धमकी भरा पत्र लिखकर लीलाराम के घर में डाल दिया। शुक्रवार को उसने अतुल उर्फ सिद्धार्थ को फोन किया और शनिवार को मिलकर अपने मंसूबे की जानकारी दी।
अतुल ने धमकाया राजेश ने रंगदारी की रकम मिलने पर उसमें से अतुल को 15 लाख रुपए देना तय किया। अतुल ने लीलाराम के पुत्र को फोन पर धमका कर रंगदारी की रकम मांगी थी। अतुल ने ही धमकी देते हुए कहा था कि हम आनंदपाल के साथी हैं।