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दूदू पर विवादः मंत्री- विधायकों की राय , जयपुर देहात हो नया जिला, अब सीएम लेंगे फैसला

बगरू, चाकसू, फागी, बस्सी, जोबनेर और सांभर दूदू में शामिल होने को तैयार नहीं, जयपुर के 250 वार्ड जयपुर शहर लोकसभा क्षेत्र में ही रखने की मुख्यमंत्री से मांग

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जयपुर। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी फायदे के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भले ही 19 जिलों की घोषणा की हो, लेकिन नए जिलों की घोषणा के साथ ही विवाद भी लगातार बढ़ रहे हैं। कहीं पर नए जिले बनाने की मांग की जा रही है तो कई नए जिले ऐसे भी हैं जहां पर आसपास के क्षेत्र जुड़ने को तैयार नहीं हैं।

ताजा विवाद दूदू जिले को लेकर है, जिलों के बढ़ते विवाद को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को अपने आवास पर जयपुर जिले के मंत्री-विधायकों को बुलाया और उनके सुझाव लिए। साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने मंत्री-विधायकों को उनके सुझावों पर अमल करने का आश्वासन दिया है।

मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, लालचंद कटारिया, महेश जोशी, विधायक अमीन कागजी, रफीक खान, गंगा देवी, लक्ष्मण मीणा, गोपाल मीणा और वेद प्रकाश सोलंकी शामिल हुए। दरअसल 15 साल के लिए अंतराल के बाद प्रदेश में नए जिलों का गठन किया गया है। इससे पहले साल 2008 में भाजपा शासन में प्रतापगढ़ के नाम से नया जिला बनाया गया था।

जयपुर ग्रामीण को नया जिला बनाने का दिया सुझाव
दरअसल चुनावी साल में विवादों से बचने के लिए जयपुर के मंत्री-विधायकों ने सीएम गहलोत को जयपुर ग्रामीण लोकसभा की तर्ज पर जयपुर देहात के नाम से नया जिला बनाने का सुझाव दिया। मंत्री-विधायकों ने कहा कि जयपुर देहात के नाम पर किसी को भी आपत्ति नहीं है, राजनीतिक दलों में पहले से ही जयपुर देहात के नाम से संगठन हैं, जिस पर मुख्यमंत्री गहलोत ने विधायकों की राय पर अमल करने की बात कही है। साथ में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को आश्वस्त भी किया है कि जनता पर जबरन फैसला नहीं थोपा जाएगा और जन भावना के अनुरूप ही इस पर अमल करेंगे।

जयपुर लोकसभा क्षेत्र में ही रहेंगे 250 वार्ड
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, विधायक अमीन कागजी और रफीक खान जयपुर शहर के दो टुकड़े करने की बजाए एक शहर रखने और सभी 250 वार्ड जयपुर लोकसभा क्षेत्र में रखने की मांग मुख्यमंत्री से की है, जिस पर भी मुख्यमंत्री ने विधायकों की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया।

आखिर क्यों हैं दूदू पर विवाद
दूदू को लेकर इसलिए भी विवाद ज्यादा हो रहा है, चूंकि चाकसू, फागी, फुलेरा, जोबनेर, सांभर और बस्सी दूदू जिले में शामिल नहीं होना चाहते हैं, सांभर को अलग जिला बनाने की मांग को लेकर भी आंदोलन हो रहे हैं। 25 जून को भी सांभर को जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे लोगों की पुलिस से भिड़ंत हो गई थी।

वीडियो देखेंः- सीएम गहलोत का 'मास्टर स्ट्रोक'!