इसके अलावा दोनों पक्ष के लोगों ने मंत्री किरोड़ी लाल मीणा से भी मुलाकात की है। वहीं, आरपीए में ट्रेनिंग ले रहे थानेदारों के परिजनों ने भी अपना पक्ष किरोड़ी लाल मीणा के सामने रखा है।
दो गुटों के बीच जमकर हाथापाई
इधर, शहीद स्मारक पर चल रहे धरने में आज दो गुटों के बीच जमकर हाथापाई भी हुई। धरने का नेतृत्व कर रहे मनोज मीणा पर कुछ युवकों ने हमला कर दिया। जिसके बाद वहां कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। अब इस घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। मनोज मीणा ने भी इस घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उधर, बेरोजगार युवाओं ने शहीद स्मारक पर काली पट्टी और सांकेतिक फांसी लगाकर विशाल विरोध-प्रदर्शन किया।
इससे कुछ दिन पहले बड़ी संख्या में ट्रेनी एसआई के परिजन भी शहीद स्मारक पर प्रदर्शन कर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए पहुंचे थे।
सतर्क रहने की अपील की
बेरोजगारों के नेता और SI भर्ती रद्द करने की मांग को लेकर शहीद स्मारक पर चल रहे धरने का नेतृत्व कर रहे मनोज मीणा ने इस घटना के बाद कहा कि, साथियों सावधान रहें सतर्क रहें! चार साल से सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा घोटाले के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी है। लेकिन आज कुछ पेपर माफिया और फर्जी ट्रेनी सब इंस्पेक्टर्स ने मिलकर एक फ्री प्लान एजेंडे के तहत कुछ सामाजिक तत्वों को आज के आंदोलन में भेजकर इसे तोड़ने का प्रयास किया है। मनोज मीण ने आगे कहा कि कुछ फर्जी नेतृत्वकर्ता भी फर्जी ट्रेनी सब इंस्पेक्टर्स से मिलकर पैसों में बिक गए हैं, हमारे आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। अपने अधिकारों के लिए लड़ने वालों के साथ खड़े रहें! भर्ती घोटाले के खिलाफ आवाज उठाएं! एकजुट रहें और न्याय की लड़ाई में मजबूती से खड़े रहें!
कमेटी ने सीएम को भेजी रिपोर्ट
इस मामले को लेकर सरकार ने पूरी भर्ती परीक्षा का परीक्षण कराने के लिए विधि मंत्री जोगाराम पटेल की अध्यक्षता में एक मंत्रीमंडलीय सब कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने अपने सुझावों के साथ रिपोर्ट तैयार करके मुख्यमंत्री को भेज दी है। कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक तो नहीं हुई, लेकिन ऐसी चर्चा सामने आई कि कमेटी ने परीक्षा रद्द करने का सुझाव दिया है। हालांकि, इस तरह की खबरों को कमेटी के अध्यक्ष जोगाराम पटेल ने पूरी तरह खारिज कर दिया था।