ये डेयरी किसान होंगे पात्र
योजनान्तर्गत गाय एवं भैंसों की डेयरी करने वाले वही किसान पात्र हैं, जो गाय की प्रमाणित स्वदेशी 50 नस्लों अथवा भैंस की 17 देशी प्रमाणित नस्लों में से किसी एक का पालन करता हों। इसी प्रकार सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन हेतु राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड, दुग्ध फेडरेशन, गैर सरकारी संगठन अथवा निजी क्षेत्र का कोई भी कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन जिसने इस कार्य के लिए कम से कम 90 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त किया हो। दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में सहकारी कम्पनी अधिनियम के तहत ग्राम स्तर पर स्थापित सहकारी समिति, एमपीसी या एफपीओं दुग्ध उत्पादक कम्पनी जो प्रतिदिन 100 लीटर दूध का उत्पादन करती है, और उनके साथ कम से कम 50 किसान सदस्य हो, पात्र होंगें।
पशुपालन एवं डेयरी भरोसेमंद व्यवसाय, किसान अपनाएं
तीनों श्रेणी में दिए जाएंगे पुरस्कार
पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया ने बताया कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए तीनों श्रेणी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के लिए क्रमशः 5 लाख, 3 लाख एवं 2 लाख रुपए की राशि पारितोषिक स्वरूप प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि पशुपालन, मत्स्य एवं डेयरी विभाग, भारत सरकार द्वारा विजेताओं को पुरस्कार राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर 26 नवम्बर, 2022 को समारोह आयोजित कर प्रदान किए जाएंगे।
अलवर जिले में हर दिन होता है करीब 50 लाख लीटर दूध का उत्पादन, जानिए किस प्रकार मालामाल होंगे पशुपालक व किसान
यहां करें आवेदन
सभी इच्छुक किसान, कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन और सहकारी व दुग्ध उत्पादक कम्पनियां इस गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए आवेदन पशुपालन, मत्स्य और डेयरी विभाग, भारत सरकार की वेबसाइट https://awards.gov.in पर 30 सितम्बर, 2022 तक ऑन लाइन आवेदन कर सकते हैं।