अधिकारियों को हेडर्क्वाटर पर मौजूद रहने के निर्देश
उषा शर्मा ने कहा कि बिपरजॉय को लेकर हमारी तैयारियों का स्तर इस प्रकार का होना चाहिए कि किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने हेडर्क्वाटर पर मौजूद रहें। मुख्य सचिव ने लोगों में इस प्राकृतिक आपदा से बचाव के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी पहुंचाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि निचले इलाकों में जलमग्नता की वजह से लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े। इसके लिए ग्राम प्रधान, ग्राम रक्षक, सुरक्षा सखी, सभी पंचायत समिति के सदस्यों का उपयोग कर लोगों में जागरूकता फैलाई जाए। उन्होंने कहा कि राजस्थान हमेशा से आपदा प्रंबधन में अव्वल रहा है। इस बार भी हम इससे अच्छे से गुजर जाएंगे।
मौसम विभाग का बड़ा अपडेट: राजस्थान में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी, इन जिलों के लोग रहें सावधान
प्रदेश में भारी बारिश और आंधी
बैठक में मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि यह सिस्टम 16 जून को डीप डिप्रेशन के रूप में जालोर और बाड़मेर में प्रवेश करेगा जिसकी स्पीड 50 से 60 किमी/घंटा रह जाएगी। इस वजह से प्रदेश में भारी बारिश और आंधी आ सकती है। पश्चिम राजस्थान में 300-400 एमएम तक बारिश हो सकती है। 17 जून के बाद यह सिस्टम धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाएगा। बैठक में उपस्थित जिला कलेक्टरों ने आश्वासन दिया कि बिजली, मेडिकल, पुलिस जैसे विभागों को सचेत कर दिया गया है, वे अपनी मशीनरी के साथ सर्तक हैं।