गौरतलब है कि इससे पहले गुरूवार को रामगंज इलाके से कोरोना वायरस पॉजिटिव युवक मिला था। जिसके बाद इस युवक के घर से एक किलोमीटर की परिधि में गुरूवार देर रात कर्फ्यू लगा दिया गया। जयपुर के चारदीवारी इलाका घनी आबादी वाला क्षेत्र है। इसलिए राज्य सरकार को चिंता है कि इन हालातों में कोरोना इस इलाके को आसानी से अपनी चपेट में ले सकता है।
चुनौती से कम नहीं है जयपुर की चारदीवारी में कर्फ्यू लगाना प्रशासन के इस फैसले के बाद राजस्थान सराकर के समक्ष एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। दरअसल, चारदीवारी में काफी आबादी मुख्य मार्गों से काफी अंदर गली मोहल्लों में निवास करती है। ऐसे में गली मोहल्लों तक खाने पीने की चीजों की उपलब्धता सुनिश्चत करना आसान नहीं है। क्योंकि आमतौर पर लगने वाले कर्फ्यू में प्रशासन कुछ समय की छूट दे देता है। जिसके माध्यम से लोग अपनी जरूरत की चीजे प्रशासन की ओर से दिए गए समय में खरीद लेते हैं। लेकिेन अब इस तरह की छूट भी आसान नहीं है। क्योंकि यदि ऐसा होता है तो भारी तादाद में भीड़ जुटेगी। जिससे कोरोना वायरस के फैलने का डर बढ़ जाएगा।