पाली. मरीजों की सेवा के प्रति चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन कितना संजीदा है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि करीब ढाई माह से जिले के सबसे बड़े राजकीय बांगड़ अस्पताल की सीटी स्केन मशीन खराब है। मजबूरीवश मरीजों को निजी लैबों तक की दूरी तय करनी पड़ रही है, जहां उन्हें कई गुना ज्यादा कीमत का भुगतान करना पड़ रहा है।
बांगड़ अस्पताल में लगी सीटी स्केन मशीन अगस्त माह से खराब है। सम्बंधित कम्पनी से अनुबंध समाप्त होने पर मशीन दुरुस्त करवाने में परेशानी हुई। अस्पताल प्रबंधन द्वारा अनुबंध अवधि बढ़ाने की अनुमति मांगने में काफी समय निकल गया। अनुबंध की स्वीकृति आने के करीब एक माह बाद भी अब तक सीटी स्केन मशीन दुरुस्त नहीं हो पाई। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार सम्बंधित कम्पनी अनुबंध कुछ माह बढ़ाने पर राजी नहीं है। कम्पनी द्वारा प्रति विजिट राशि का भुगतान करने की बात कही जा रही है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा कम्पनी के इंजीनियर्स को भेजने के लिए पत्र भिजवाया गया है।
प्रतिदिन तीन से पांच सीटी स्केन
अस्पताल का पिछला रिकॉर्ड देखें तो यहां प्रतिदिन तीन से पांच सीटी स्केन की जाती है। अस्पताल में ट्रोमा सेंटर होने के कारण दुर्घटना के केस भी काफी अधिक आते हैं। दुर्घटना केस में सीटी स्केन की आवश्यकता अधिक रहती है। मजबूरीवश मरीजों को निजी लैबों तक की दूरी तय करनी पड़ती है।
कम्पनी को भेजा है पत्र
सीटी स्केन मशीन को दुरुस्त करने के लिए कम्पनी को पत्र भिजवाया गया है। कम्पनी द्वारा अनुबंध न कर प्रति विजिट फीस की बात कही जा रही है। अस्पताल के पास बजट तो काफी है। इंजीनियर के आने पर मशीन को शीघ्र दुरुस्त करवाया जाएगा।
डॉ. ए. राव, रेडियोलॉजिस्ट एवं कार्यवाहक पीएमओ, बांगड़ अस्पताल