जयपुर

क्रीआर कैनवास टेल अवर फर्स्ट आर्ट प्रदर्शनी : बच्चों ने चलाई तूलिका तो निखरा कैनवास

क्रीआर फाउंडेशन की ओर से प्रदर्शनी में 200 से अधिक बच्चों की कला को प्रदर्शित किया जा रहा है। 4 से 7 वर्ष के बच्चों की ओर से बनाई गई कैनवास पेंटिंग, काष्ठ कला (लकड़ी के खिलौनों), रेजिन आर्ट व फैब्रिक पेंटिंग की तीन दिवसीय प्रदर्शनी का जवाहर कला केन्द्र के पारिजात-2 में आयोजन शुरू किया गया। “क्रीआर कैनवास टेल अवर फर्स्ट आर्ट“ प्रदर्शनी में बच्चों के लिए वर्कशॉप भी आयोजित की जा रही है।

जयपुरJul 05, 2024 / 10:22 pm

Gaurav Mayank

जयपुर। बच्चों को आसमान छूने की आजादी दीजिए। उनको पंख देने की ज़िम्मेदारी अभिभावकों की होती है। उन्हें उड़ने दीजिए तो आपको महसूस होगा कि सभी बच्चे हमारी सोच से अधिक बड़ा कर सकते हैं। इसी सोच के आधार पर शुक्रवार से राजधानी में जेएलएन मार्ग ​स्थित जवाहर कला केंद्र में बच्चों की प्रदर्शनी का बच्चों ने ही शुभारंभ किया। इस मौके पर अपने अंगुलियों के जादू को देखकर बच्चे हैरान थे, क्योंकि वो कार्टून बनाना सीख रहे थे।
200 से अधिक बच्चों ने किया कला का प्रदर्शन

4 से 7 वर्ष के बच्चों की ओर से बनाई गई कैनवास पेंटिंग, काष्ठ कला (लकड़ी के खिलौनों), रेजिन आर्ट व फैब्रिक पेंटिंग की तीन दिवसीय प्रदर्शनी का जवाहर कला केन्द्र के पारिजात-2 में आयोजन शुरू किया गया। क्रीआर फाउंडेशन की ओर से प्रदर्शनी में 200 से अधिक बच्चों की कला को प्रदर्शित किया जा रहा है। साथ ही “क्रीआर कैनवास टेल अवर फर्स्ट आर्ट“ प्रदर्शनी में तीन दिन बच्चों के लिए वर्कशॉप भी आयोजित की जा रही है।
कॉमिक और कार्टून बनाने की वर्कशॉप

पहले दिन बच्चों ने “कॉमिक और कार्टून कैसे बनाएं?” वर्कशॉप में हिस्सा लिया। बच्चों को कार्टून बनाने के तरीक़े, पेंसिल से पेपर पर अपनी सोच को चित्र का रूप देने के बारे में जानकारी दी। क्रीआर फाउंडेशन के डायरेक्टर कुलदीप धाब ने कहा कि बच्चों के लिए कार्टून वर्कशॉप के जरिए एक पहल की। इससे जो बच्चे शिक्षा सही तरीक़े से प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें उनकी कला को उभारने का मौका दिया गया। इस मौके पर कुलदीप की ओर से चित्रित 15 से 20 किताबें, जो बच्चों के लिए हैं, उन्हें भी प्रद​र्शित किया गया।
स्टोरी राइटिंग’ वर्कशॉप में सिखाया लेखन

इस मौके पर बच्चों ने ‘स्टोरीराइटिंग’ वर्कशॉप में हिस्सा लिया। “बाल-लेखक अनय सक्सेना ने बच्चों को समझाया कि हम लेखक कैसे बन सकते हैं? सात वर्ष की आयु से कहानियां लिख रहे अनय ने बच्चों को समझाया कि हम सभी के अंदर एक लेखक मौजूद है। बस ज़रूरत है, अपने विचारों को शब्द देने की। उल्लेखनीय है कि “क्रीआर कैनवास टेल अवर फर्स्ट आर्ट” प्रदर्शनी पिछले वर्ष अप्रेल में भी आयोजित की गई थी। प्रदर्शनी का उद्देश्य बच्चों को कला से जोड़ना व कुछ नया सिखाना है।

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