यह भी पढें : जयपुर में फिर लो फ्लोर का कहर, सगाई के दिन ही युवक को कुचला, खुशियां बदली मातम में जानकारी के मुताबिक कमिश्नरेट के डीसीपी ईस्ट कार्यालय में जिले से इस बार 488 और साउथ में 346 आवेदन आए है। वहीं नोर्थ जिले में 237 और वेस्ट जिले में सबसे अधिक 765 लोगों ने पटाखों की बिक्री के लाईसेंस के लिए आवेदन किया है। आवेदनों को जांच के लिए संबंधित थानों को भेजा गया है। थाना पुलिस की जांच के बाद सभी आवेदनों को जांच के लिए मुख्य अग्निशमन अधिकारी के पास भेजा जाएगा। पुलिस और अग्निशमन विभाग की जांच पूरी होने के बाद सही पाए गए आवेदनों को पुलिस कमिश्नरेट की लाईसेंसिग शाखा में भेजा जाएगा। पटाखों की दुकानों के लाईसेंस जारी करने के लिए पुलिस कमिश्नर अधिकृत है।
यह भी पढें : जयपुर में हुआ हिट एंड रन केस, 50 फीट तक महिला को घसीट ले गई तेज रफ़्तार कार लाईसेंसिंग शाखा में पुलिस कमिश्नरेट के चारों जिलों से जांच पूरी होने के बाद आवेदन आने के बाद ही स्थिति साफ हो पायेगी कितने लोगों को लाईसेंस जारी होगें। इस महिने में लाईसेंस जारी हो जायेंगे।
जगदीश प्रसाद व्यास, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त यह भी पढें : जयपुर में अब लाठी रामपुरी नहीं, केवल बंदूक की गोली से बात पटाखों के लाईसेंस से संबंधित जांच में विस्फोटक अधिनियम 1984 की पालना होनी चाहिए, जिसमें प्रस्तावित दुकान के आसपास पेट्रोल पंप, गैस गोदाम या ऐसी कोई जगह नहीं होनी चाहिए, जहां आग लगने की आशंका हो।
जलज घसिया, कार्यवाहक, सीएफओ