ताजा मामला भरतपुर का है। भरतपुर में मंगलवार सवेरे पांच बजे गौ तस्करों को रोकने के लिए पुलिस ने टायर बस्टर तक लगाए, लेकिन तस्करों ने उस पर से भी गाड़ी कुदा दी। तीन टायर पंक्चर होने के बाद भी रिम पर गाड़ी दौड़ाई और जब रिम टूटी तो गाड़ी को छोड़कर भाग छूटे। हांलाकि पुलिस ने एक तस्कर को दबोच लिया है, उसे पहले भी अलवर में गौ तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
इसलिए चुनते हैं पहाड़ी का रास्ता भरतपुर की कैथवाड़ा पुलिस ने आज सवेरे जान पर खेलकर तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की। एसएचओ राम नरेश मीणा ने बताया कि तस्कर पहाड़ी के पास के गांवों से होकर गुजरते हैं। पथरीला और मिट्टी से भरा रास्ता इसलिए चुनते हैं ताकि उनकी पिकअप या अन्य गाडि़यों जैसे तैसे पार हो जाएं। लेकिन पुलिस के वाहन अटक जाएं। आज भी एेसा ही हुआ।
छह किलोमीटर पीछा किया धरमताल गांव के मिट्टी से भरे रास्ते से सवेरे पांच बजे गौ तस्करों की गाड़ी गुजरने की सूचना मिली। तुरंत नाकाबंदी करवाई गई और साथ ही लोहे के कटीले तार मिट्टी के नीचे बिछाए गए। तस्कर पहुंचे और उनको रुकने के लिए कहा तो उन्होंने गाड़ी दौड़ा दी। दो पुलिस वालों को टक्कर लगती-लगती बची। पुलिस ने भी जीप दौड़ाई। इस बीच तस्करों की गाड़ी लोहे के तारों पर उछली और पंक्चर हो गई।
लेकिन उन्होंने पंक्चर गाड़ी को करीब छह किलोमीटर तक दौड़ाया और जब रिम टूट गई तब जाकर गाड़ी रोकी। जैसे ही रुके पुलिस पर सात बार फायर किए और भाग गए। दो राउंड फायर पुलिस ने भी किए।
पुलिस ने एक तस्कर को दबोचा पुलिस ने इरशाद नाम के एक तस्कर को दबोच ही लिया। 14 गौ वंश को करवाया मुक्त तस्करों ने कल रात ही बांदीकुई से इन चौदह गौ वंश को गाड़ी में ठूंसकर भरा था। इरशाद ने बताया कि सभी को हरियाणा ले जाया जा रहा था। वहां व्यापारी पहले ही तैयार थे। पुलिस ने बताया कि इरशाद इससे पहले भी गौ तस्करी में अलवर में बंद हो चुका है और जमानत पर छूटा है।