थक्के को टीकाकरण से जोड़ना ठीक नहीं….
जयपुर एसएमएस अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. शशिमोहन शर्मा का कहना है कि राजस्थान में करोड़ों लोगों को कोविशील्ड की डोज दी गई। दुष्प्रभाव तो पहली डोज के बाद कुछ समय में ही सामने आ जाते हैं। कई अध्ययनों में साबित हो चुका है कि कोविड संक्रमण खून का थक्का बनने की आशंका बढ़ाता है। धक्के को टीकाकरण से ही जोड़ना सही नहीं है। हमारे यहां हुए अध्ययन में भी डेल्टा वैरिएंट को बीपी, हृदय रोग का बड़ा कारण बताया जा चुका है।