पॉजीटिव मरीजों की भी स्थिति नियंत्रण में चिकित्सा मंत्री ने कहा कि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह और चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया सहित प्रदेश के नौ आइएएस अधिकारी से कोरोना वायरस से जुड़ी हर गतिविधियों पर नजर जमाए हुए हैं। विभाग ने प्रदेश में 1 हजार से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए उनमें से केवल 32 पॉजीटिव केस में आए हैं। पॉजीटिव मरीजों की भी स्थिति नियंत्रण में है। प्रदेश में कोरोना से अभी तक कोई मौत नहीं हुई है। राज्य में स्थिति पूर्णतया काबू में है। उन्होंने कहा कि सरकार और चिकित्सा विभाग पूरे सजगता से काम कर रहा है, उन्होंने इस हालात में दुष्प्रचार और भ्रामक खबरों से बचने की सलाह दी है।
‘संपूर्ण राज्य में पूरी सजगता के साथ सर्वे का काम कर रहा है’ डॉ. शर्मा ने बताया कि जब से प्रदेश में कोरोना का पहला पॉजीटिव केस सामने आया तभी से चिकित्सा विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। राज्य में जहां-जहां वे इटैलियन टूरिस्ट गए थे, उनका सर्वे किया। विभाग संपूर्ण राज्य में पूरी सजगता के साथ सर्वे का काम कर रहा है।
भीलवाड़ा में विभाग के पुख्ता इंतजामात
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि गत 19 मार्च को भीलवाड़ा के एक निजी अस्पताल में कुछ संक्रमित लोगों की सूचना मिलते ही हमने उदयपुर से रेपिड रेस्पॉन्स टीम (आरआरटी), 307 चिकित्सा कर्मियों का दल भेजा। विभाग के निदेशक स्वास्थ्य, अतिरक्त निदेशक व वरिष्ठ अधिकारियों ने वहां की चिकित्सा व्यवस्था बखूबी संभाली। भारत सरकार के प्रतिनिधि एनसीडीसी के प्रतिनिधि भी वहां गए। पूरे जिले में सरकार के द्वारा कर्फ्यू लगा दिया गया। दूसरे जिलों से लगने वाली सीमाओं को सील कर दिया गया है। जिले में आने या जाने वाले सभी व्यक्तियों की सघन स्क्रिनिंग की जा रही है।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि गत 19 मार्च को भीलवाड़ा के एक निजी अस्पताल में कुछ संक्रमित लोगों की सूचना मिलते ही हमने उदयपुर से रेपिड रेस्पॉन्स टीम (आरआरटी), 307 चिकित्सा कर्मियों का दल भेजा। विभाग के निदेशक स्वास्थ्य, अतिरक्त निदेशक व वरिष्ठ अधिकारियों ने वहां की चिकित्सा व्यवस्था बखूबी संभाली। भारत सरकार के प्रतिनिधि एनसीडीसी के प्रतिनिधि भी वहां गए। पूरे जिले में सरकार के द्वारा कर्फ्यू लगा दिया गया। दूसरे जिलों से लगने वाली सीमाओं को सील कर दिया गया है। जिले में आने या जाने वाले सभी व्यक्तियों की सघन स्क्रिनिंग की जा रही है।
3 लाख से ज्यादा लोगों की की जा चुकी है स्क्रिनिंग
चिकित्सा विभाग की टीमों ने भीलवाड़ा के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 18 से 24 मार्च तक करीब 70 हजार परिवारों का सर्वे किया और 3 लाख 50 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग भी की है। जो 13 केस पॉजीटिव आए हैं, उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। कुछ को क्वारेंटाइन की सुविधा विकसित कर रखा गया है तो कुछ को होम आइसोलेशन के लिए कहा गया है।
चिकित्सा विभाग की टीमों ने भीलवाड़ा के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 18 से 24 मार्च तक करीब 70 हजार परिवारों का सर्वे किया और 3 लाख 50 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग भी की है। जो 13 केस पॉजीटिव आए हैं, उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। कुछ को क्वारेंटाइन की सुविधा विकसित कर रखा गया है तो कुछ को होम आइसोलेशन के लिए कहा गया है।
किसी भी चिकित्सकीय सामग्री की नहीं है कमी
डॉ. शर्मा ने बताया कि भीलवाड़ा जिले और शहर में हालात पूरी तरह नियंत्रण में है। चिकित्सा विभाग ने पूरे इंतजाम वहां किए हैं। भीलवाड़ा में वेंटिलेटर, पीपीई किट, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क, हैंड सेनेटाइजर सहित किसी भी सामग्री की कोई कमी नहीं है। हम प्रतिदिन वहां का फीडबैक ले रहे हैं।
डॉ. शर्मा ने बताया कि भीलवाड़ा जिले और शहर में हालात पूरी तरह नियंत्रण में है। चिकित्सा विभाग ने पूरे इंतजाम वहां किए हैं। भीलवाड़ा में वेंटिलेटर, पीपीई किट, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क, हैंड सेनेटाइजर सहित किसी भी सामग्री की कोई कमी नहीं है। हम प्रतिदिन वहां का फीडबैक ले रहे हैं।
बाहरी व्यक्ति के आने-जाने की सूचना के लिए बनाए कंट्रोल रूम चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सरकार ने भीलवाड़ा एसडीएम, तहसील और जिला मुख्यालय पर स्थापित किए हैं। गांव के सरपंच, पटवारी, पूर्व सरपंच और मीडिया के साथियों को यह हिदायत दी है कि जो भी कोई व्यक्ति किसी अन्य जिले या विदेश से जिले में आता है, उसकी सूचना बिना देरी के कंट्रोल रूम को दे। कंट्रोल रूम उस सूचना को चिकित्सा विभाग को प्रेषित करेगा और तत्काल हमारी टीम वहां पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि कम्यूनिटी स्प्रेड के खतरे को विभाग ने काफी हद तक कवर किया है। उन्होंने कहा कि यदि अब भी चिकित्साकर्मियों या अधिकारियों का दल वहां भेजना पड़ा तो सरकार कोई कदम उठाने से पीछे नहीं रहेगी।