केंद्र ने अधिकतम खराबे की सीमा 10 फीसदी मानी है। कोविड-19 वैक्सीनेशन में वैक्सीन की डोज के उपयोग में चूरू जिले ने सर्वाधिक लापरवाही बरती। जिले में 39.7 प्रतिशत वैक्सीन खराबे की भेंट चढ़ गई। वहीं हनुमानगढ़ में 24.60 प्रतिशत वैक्सीन काम नहीं आई। जबकि जयपुर प्रथम में खराबे का प्रतिशत 4.67 और द्वितीय में 1.31 ही रहा है।
उपयोग के लिहाज से रेड जोन में चूरू के साथ 13 जिले शामिल हैं। जहां 6.31 से 39.37 प्रतिशत तक वैक्सीन खराब कर दी गई। इन जिलों में चूरू के अलावा हनुमानगढ़, भरतपुर, कोटा, चित्तौडग़ढ़, जालोर, सीकर, अलवर, धौलपुर, अजमेर, दौसा, सवाईमाधोपुर और झालावाड़ शामिल हैं।
चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक श्रीगंगानगर, उदयपुर, बांसवाड़ा, झुंझुनूं और जैसलमेर में खराबा नहीं हुआ, बल्कि उपयोग अधिक हुआ और वेस्टेज प्रतिशत माइनस में रहा। सबसे कम माइनस 10.24 प्रतिशत वेस्टेज जैसलमेर जिले में दिखाया गया है।
जिलेवार वेस्टेज प्रतिशत-
चूरू 39.37
हनुमानगढ़ 24.60
भरतपुर 17.13
कोटा 16.71
चित्तौडगढ़ 11.81
जालोर 9.63
सीकर 8.83
अलवर 8.32
धौलपुर 7.89
अजमेर 6.75
दौसा 6.65
सवाईमाधोपुर 6.43
झालावाड़ 6.31
बूंदी 5.81
बाड़मेर 5.78
नागौर 5.43
बीकानेर 5.07
जयपुर प्रथम 4.67
करौली 4.59
टोंक 4.36
डूंगरपुर 3.41
बारां 3.38
पाली 2.92
जोधपुर 2.75
राजसमंद 2.07
भीलवाड़ा 1.72
प्रतापगढ़ 1.36
सिरोही 1.33
जयपुर 1.31
यहां वेस्टेज नहीं-
श्रीगंगनगर माइनस 0.26
उदयपुर माइनस 1.27
बांसवाड़ा माइनस 1.93
झुंझुनूं माइनस 3.32
जैसलमेर मानइस 10.24