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बच्चों में सिर दर्द, चिड़चिड़ेपन की शिकायत
नेत्र रोग विशेषज्ञों ने बताया कि आई फ्लू से ग्रस्त बच्चों में चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है। उनमें सिरदर्द, बुखार जैसे कई लक्षण भी देखे जा रहे हैं। परिजन को सावधानी बरतने की जरूरत है।
स्टेरॉयड का इस्तेमाल वजह
कुछ मरीज स्टेरॉयड युक्त आईड्रॉप आंखों में डाल रहे हैं, जो नुकसानदायक साबित हो रही है। इस वजह से कुछ मरीजों में कॉर्निया में फंगल इंफेक्शन हो रहा है। इससे कॉर्निया सफेद हो रहा है। जिससे धुंधला दिखाई देने की समस्या हो रही है। इंफेक्शन बढऩे पर कॉर्निया ट्रांसप्लांट करवाना भी पड़ सकता है।-डॉ. पंकज शर्मा, विभागाध्यक्ष, नेत्र रोग विभाग, एसएमएस अस्पताल
चिकित्सक बोले… चिंता की बात नहीं
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकुर मिढ्ढा ने बताया कि आई फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है। आंखों में जलन, सूजन, खुजली, बार-बार पानी आना, लाल होना या चुभन महसूस होनेे जैसी कई दिक्कत हो सकती हैं, आंखों की रोशनी गायब होने जैसा नुकसान नहीं है।
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कई लोग आई फ्लू से ठीक होने के लिए एलोपैथिक के अलावा आयुर्वेद का भी सहारा ले रहे हैं। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के अस्पताल में रोजाना 30 से 40 संक्रमित आ रहे हैं। उन्हें संक्रमण वसूजन को दूर करने के लिए सितोपलादी चूर्ण, गुडुची घनवटी के अलावा जरूरत के अनुसार कई अन्य औषधियां भी दी जा रही है। साथ ही उनकी त्रिफला क्वाथ थैरेपी से उनकी आंखों की सफाई भी की जा रही हैं। जिससे मरीज को आई फ्लू से चार से पांच दिन में ही छुटकारा मिल रहा है। -शमसा फैयाज, विभागाध्यक्ष, नेत्ररोग विभाग, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान