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बदल सकता है इन जिलों में मौसम
हालांकि राजधानी जयपुर में बुधवार सुबह दिन की शुरूआत तेज गर्मी के साथ हुई थी, अचानक कुछ देर बाद ही बादल छा गए तथा मौसम ठंडा हो गया। मौसम विभाग की मानें तो जयपुर शहर, झुंझुनू, नागौर ,सीकर, अलवर, दौसा, भरतपुर जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा, आकाशीय बिजली गिरना, ओलावृष्टि, धूल भरी आंधी (अपेक्षित हवा की गति 40-50) आने की संभावना है।
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राजस्थान में मानसून एंट्री का वक्त 20 जून
मौसम विभाग की मानें तो देश में 21 मई को मानसून अंडमान निकोबार व बंगाल की खाड़ी तक पहुंच चुका है। केरल में मानसून पूर्व की बारिश तय समय से पहले ही होने लगी है। राजस्थान में मानसून एंट्री का वक्त 20 जून बताया गया है, लेकिन लगातार बन रहे मौसमी तंत्र की वजह से प्री—मानसून तय समय पहले ही अपना कमाल दिखा रहा है। मौसम विभाग के जानकारों की मानें तो सामान्यतौर पर राजस्थान में जून दूसरे या तीसरे सप्ताह मानसून प्रवेश करेगा। गत वर्ष राजस्थान में मानसून की दस्तक 24 जून को हो गई थी इस दफा भी इसी के आस—पास होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
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नया विक्षोभ का असर अभी कुछ दिन और
मौसम विभाग का कहना है कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसका असर प्रदेश में 26 मई तक रह सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते तेज आंधी, तूफान, बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। इस नए वेदर सिस्टम का सबसे ज्यादा असर 24 और 25 मई को राज्य में नजर आएगा, जिसके चलते राजस्थान के अधिकतर इलाकों में तेज अंधड़ और बारिश दर्ज की जा सकती है। मौसम विभाग ने कहा है पश्चिम विक्षोभ का समाप्त ख़त्म होने के बाद राजस्थान में गर्मी के तेवर तेज हो गए है। बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के कारण राजस्थान में मानसून को लेकर परिस्थितियां अनुकूल हो रही है। पश्चिम राजस्थान में प्रेशर ग्रेडियेंट फाॅर्स बनने के कारण जोधपुर और बीकानेर संभाग में तेज हवाएं चलेगी।