जिले में निम्बाहेड़ा मार्ग पर शुक्रवार रात सड़क हादसे में मृत कांस्टेबल का शव शनिवार सुबह अलवर जिले में उसके पैतृक गांव के लिए रवाना किया। इस दौरान जिला चिकित्सालय में पुलिस अधिकारियों ने पुष्प चक्र भेंट किया। इस दौरान कई पुलिसकर्मी मौजूद थे। वहां राजकीय सम्मान के साथ अन्त्येष्टि होगी। पुलिस के अनुसार चित्तौडग़ढ़-निम्बाहेड़ा फोरलेन ंपर शुक्रवार रात सड़क हादसे में अलवर जिले के बुछपुरी हाल शंभूपुरा थाने के कांस्टेबल रामनाथ (30) पुत्र अर्जुनलाल मीना की मौत हो गई थी। अज्ञात वाहन ने कांस्टेबल की बाइक को टक्कर मार थी। ग्रामीणों ने रामनाथ को जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को चीरघर में रखवा अलवर परिजनों को सूचना दी थी। शनिवार सुबह बुछखेड़ी से परिजन चित्तौडग़ढ़ के जिला चिकित्सालय पहुंचे। पुलिस ने कांस्टेबल रामनाथ के बड़े भाई हरफुल मीना की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। यहां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत व भदेसर के पुलिस उप अधीक्षक गोपालदास रामावत ने शव पर पुष्प चक्र भेंट कर श्रद्धांजलि दी तथा सैल्यूट किया। वहीं थानाधिकारी दलपतसिंह, एलओ भैरूगिरी सहित शंभूपुरा, सदर थाना, पुलिस लाइन के जाप्ते ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। बाद में शव को एम्बुलेंस से अलवर के लिए रवाना किया। यहां रामनाथ के दोनों भाई, जीजाजी व ग्रामीण दो वाहनों में आए थे। थानाधिकारी ने बताया कि रामनाथ शाम को तामिल करवाने जालमपुरा गया था। रात को थाने पर आने के दौरान अज्ञात वाहन ने बाइक को चपेट में ले लिया। इससे कांस्टेबल के सिर व सीने पर गहरी चोट थी। प्रांरभिक तौर पर सिर में लगी चोट से उसकी मौत होने की बात सामने आई है। कांस्टेबल ने सिर पर हेलमेट भी लगाया हुआ था, सामने वाले वाहन के तेज गति में होने से गंभीर चोट लगी थी। गमगीन माहौल में दी विदाई पुलिस जाप्ते ने शनिवार सुबह गमगीन माहौल में रामनाथ के शव को विदाई दी। अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में जाप्ता मौजूद था। शव रवाना हुआ तो कांस्टेबल रामनाथ का भाई फफक कर रो पड़ा, जिसे पुलिस अधिकारियों व जाप्ते ने सांत्वना दी। यहां मौजूद शंभूपुरा थानाधिकारी सहित एएसआई माणकलाल, हरिसिंह, हैड कांस्टेबल बलवंतसिंह, देवीसिंह, कांस्टेबल धर्मेन्द्रसिंह, शंकरलाल, लालचंद, मुकेश, रियाज खां आदि की आंखे नम हो गई। चित्तौडग़ढ़ से पुलिस लाइन में नियुक्त एसआई बुद्धाराम, शंभूपुरा थाने से एएसआई हरिसिंह व कांस्टेबल भौरेलाल भी अलवर गए हैं। अलवर पुलिस के गार्ड सरकारी ड्युटी पर होने के कारण शव का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार होगा। पूर्व में चित्तौडग़ढ़ से गार्ड भेजने की बात सामने आई थी। इसके लिए पुलिस लाइन से मिनी बस भी चिकित्सालय भेज दी। दूरी अधिक होने के कारण यहां से गार्ड भेजने में दिक्कत आती। ऐसे में वरिष्ठ अधिकारियों ने अलवर पुलिस से सम्पर्क किया। अन्त्येष्टि के दौरान अलवर पुलिस से ही गार्ड भेजने की बात पर सहमति हुई।