अभिमन्यु पूनिया ने की ये अपील
अभिमन्यु पूनिया ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि राज्य के कई युवाओं ने अपने माता-पिता की मेहनत की कमाई से पढ़ाई की है और नौकरी पाने के लिए कड़ी मेहनत की है। अगर इस भर्ती में कुल अभ्यर्थियों में से 5 प्रतिशत दोषी पाए जाते हैं, तो उसके कारण संपूर्ण भर्ती को निरस्त करना उचित नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा निर्णय उन मेहनतकश और निर्दोष अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा, जिन्होंने इस भर्ती परीक्षा में भाग लिया और अपने भविष्य के लिए प्रयास किए।
पूनिया ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि इस मामले पर ध्यान दिया जाए और भर्ती परीक्षा को निरस्त करने के बजाय, दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। उनका मानना है कि इस प्रकार के निर्णयों से युवाओं के आत्मविश्वास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
दोनों तरफ से उठाई जा रही मांग
बता दें इससे पहले चयनित अभ्यर्थियों ने मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा से मुलाकात कर इस भर्ती परीक्षा को रद्द नहीं करने की मांग की है। चयनित अभ्यर्थियों के परिजनों ने जयपुर में इस मांग को लेकर धरना भी दिया है। इसके उलट बेरोजगार अभ्यर्थियों ने जयपुर में ही प्रदर्शन कर एसआई भर्ती को रद्द करने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि जब SOG 50 से ज्यादा ट्रेनी SI पकड़ चुकी है और 300 से ज्यादा रडार पर हैं तो कैसे हम मान लें कि पूरी भर्ती में गड़बड़ी नहीं हुई है।
कमेटी ने सीएम को रिपोर्ट सौंपी
गौरतलब है कि बीते गुरूवार को इस परीक्षा को लेकर बनी मंत्रियों की कमेटी की बैठक हुई थी। इसके बाद संयोजक जोगाराम पटेल ने कहा था कि सबने अपनी-अपनी राय दी है। उन्होंने बताया कि कई लोगों ने बताया कि बहुत गड़बडियां हुई हैं, हमने मीटिंग में सभी बातों का संकलन किया है। इसके बाद कमेटी ने रिपोर्ट सीएम भजनलाल को सौंप दी है, जिसपर आगे का निर्णय लिया जाना शेष है।