निलम्बन की शुरुआत सोमवार से हुई
लाडनूं से कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर के निलम्बन की शुरुआत सोमवार को हुई। नेता प्रतिपक्ष
टीकाराम जूली ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की अनदेखी कर पुराने कानून के तहत लोक अभियोजकों की नियुक्ति और विधि मंत्री जोगाराम पटेल के पुत्र को अतिरिक्त महाधिवक्ता बनाने का मुद्दा उठाया। सत्तापक्ष ने विरोध किया तो विपक्ष ने वेल में आकर नारेबाज़ी शुरू कर दी। बताया जा रहा है इस बीच कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर ने स्पीकर वासुदेव देवनानी को अंगुली दिखाया। यह स्पीकर वासुदेव देवनानी नागवार गुजरी। उन्होंने मुकेश भाकर को प्रस्ताव लाकर बाकी सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया और सदन से बाहर निकालने के आदेश दे दिए। इस पर जबरदस्त हंगामा कायम रहा है, और यह मंगलवार सुबह तक जारी रहा है।
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मंगलवार सुबह जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर के निलम्बन के आदेश को वापस लेने की जिद कर रहे थे। साथ कार्यवाहीं में बाधा उत्पन्न करन रहे थे। इस पर मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने प्रस्ताव रखा। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मुकेश भाकर को राजस्थान विधानसभा से 6 माह के लिए निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही स्पीकर वासुदेव देवनानी सदन की कार्यवाही को अनिश्वितकाल के लिए स्थगित कर दिया। इस प्रकार 16वीं विधानसभा के बजट सत्र का समापन हो गया।
भाजपा को जवाब देना होगा – मुकेश भाकर
निलंबित विधायक मुकेश भाकर ने कहा, असंवैधानिक तरीकों से विधानसभा स्पीकर ने बिना वोटिंग कराए मेरा निलंबन किया। भाजपा को जवाब देना पड़ेगा। चाहे मेरी सदस्यता परमानेंट खत्म कर दें।
सरकार पर संवैधानिक संकट – टीकाराम जूली
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा सरकार पर संवैधानिक संकट है। हमने राज्यपाल से भी समय मांगा है। सदन स्थगित कराकर सरकार भाग नहीं सकती है। हम सड़कों पर भी लड़ाई लड़ेंगे।