इसी क्रम में कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और एआईसीसी प्रवक्ता अलका लांबा जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में मीडिया से रु-ब-रु हुईं। उन्होंने बताया कि ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ यात्रा 26 जनवरी से 2 महीने तक चलेगी। ये यात्राएं राज्य, जिला, ब्लाक और बूथ स्तर तक निकाली जाएंगी। यात्राओं का नेतृत्व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के ज़िम्मा होगा।
लांबा ने बताया कि ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ यात्रा के तहत 6 लाख गांव, ढाई लाख पंचायतों और 10 लाख बूथों तक अपना संदेश पहुंचाएगी। साथ ही इन यात्राओं के ज़रिये ही केंद्र सरकार की योजनाओं की विफलताओं को जनता तक पहुंचाया जाएगा।
लांबा ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी भारत जोड़ो यात्रा के बारे में भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा अब आगामी 30 जनवरी को जम्मू-कश्मीर में संपन्न होगी। पूरी यात्रा के दौरान विभिन्न वर्ग के लोगों सहित देशवासियों का ज़बरदस्त रेस्पोंस मिला है।
वहीं लांबा ने भारत-चीन सीमा विवाद पर केंद्र सरकार की भूमिका पर भी सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार गलत जानकारियां दे रहा है। उन्होंने आरोप लगाने के साथ ही दावा किया कि चीन भारतीय सीमा में 2 हजार किलोमीटर तक अंदर घुसा था। चीन लगातार देश में अटैक कर रहा, दूसरी तरफ भाजपा की केंद्र सरकार गलत जानकारियां दे रही है।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अलका लांबा ने राहुल गांधी के देशवासियों के नाम लिए पत्र का संदेश भी पढ़कर सुनाया। उन्होंने कहा कि यही पत्र ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान के दौरान लोगों को बांटा जाएगा। पत्र में राहुल ने किसान, गरीब, आमजन को लेकर अपने विचार रखे हैं। अपने संदेश में राहुल गांधी ने विविधता में एकता की बात की है। उन्होंने लोगों को अपने दिल से डर निकालने को कहा। साथ ही कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ एक तपस्या थी। हक की लड़ाई में कमजोरों की ढाल बनना मैंने इस यात्रा में सीखा है।