Rajasthan News : बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने राजेश पायलट और माधव राव सिंधिया की रहस्यमयी मौत की जांच का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। जोशी ने कहा कि कांग्रेस अपने दो दिग्गज नेताओं की मौत की जांच आज तक नहीं कराई है। बता दें कि कांग्रेस नेता राजेश पायलट की मौत 11 जून 2000 को दौसा जिले कार हादसे में हुई थी। इस हादसे के एक साल बाद ही उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में 30 सितंबर 2001 को माधवराव सिंधिया की प्लेन क्रैश में मौत हो गई थी।
सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कनवेंशन सेंटर में आयोजित बीजेपी प्रदेश कार्य समिति की बैठक को संबोधित करते हुए सीपी जोशी ने कहा कि राहुल गांधी हिंदुओं को हिंसक बताते है। राहुल गांधी को तो बाबर और अकबर अहिंसा के पुजारी लगते है। लेकिन, हिंदू कभी हिंसक नहीं हुआ है। कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इन लोगों ने आजादी के समय मां भारती के टुकड़े करा दिए। इन लोगों ने देश में अनेकों घोटाले कराए। जोशी ने कहा कि सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधव राव सिंधिया की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हुई, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने आज तक इसकी जांच नहीं करवाई।
पीएम मोदी की तारीफ में गढ़े कसीदें
सीपी जोशी ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पहले राजा हुआ करते थे, आज सेवक है। पहले आतंकवादी था और अब शांति है। पहले बेरोजगारी थी, मोदी के आने के बाद कौशल आया है। पहले दिल्ली में जो राजपथ था, वो अब कर्तव्य पथ कहलाता है। 500 साल में जहां अयोध्या में श्रीराम का मंदिर नहीं बना, वहां आज मंदिर बन गया है। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई लोग मोदी को पीएम नहीं बनने के लिए वित्त पोषण कर रहे थे। तमाम बाधाएं टूट गई और मोदी की फिर से सरकार बनी। देश की जनता का विश्वास प्रधानमंत्री मोदी के साथ है।
कांग्रेस पर पर निशाना साधते हुए सीपी जोशी ने कहा कि पिछले पांच साल तक गहलोत सरकार ने किसानों और गरीब की जेब काटी। लेकिन, भजनलाल सरकार ने 6 महीने में ही पेट्रोल डीजल के दाम घटा दिए। पहले पेपर लीक करने वालों को संरक्षण मिलता था। लेकिन, आज पेपर लीक करने वाले जेल के पीछे है। आज कोई अपराध करता है, तो वहां बुलडोजर चल जाता है और अपराधी चलने लायक नहीं रहता है।
सीपी जोशी की जुबान फिसली
स्वागत भाषण के दौरान बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी की जुबान फिसल गई। इस दौरान उन्होंने मंच से केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी की जगह पूर्व मंत्री कैलाश चौधरी का स्वागत कर दिया। हालांकि, नेताओं ने टोका तो उन्होंने अपनी गलती सुधारी और कहा कि आप लोग ध्यान से सुन रहे हो।