सूत्रों के मुताबिक बैठक में पहले चरण के चुनाव को और तेज करने, जरूरत के हिसाब से लोकसभा सीटों पर केन्द्रीय नेताओं की चुनावी सभा व रोड-शो कराने और बूथ स्तर तक कांग्रेस की गारंटी योजनाओं की जानकारी देने को लेकर रणनीति बनाई गई। इसके अलावा प्रचार के दौरान स्थानीय मुद्दों के साथ कौन से केंद्रीय मुद्दों पर फोकस किया जाए इस पर भी चर्चा हुई।