वह पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में मंत्री थे। उल्लेखनीय है कि 19 जनवरी को विधानसभा सत्र शुरु होने वाला है और इससे पहले 18 जनवरी को विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने पहल करते हुए लोकसभा की तरह विधानसभा का सत्र शुरु होने से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई हैं और इससे पूर्व नेता प्रतिपक्ष भी तय कर लिया गया। कांग्रेस गत तीन दिसंबर को चुनाव परिणाम आने के पश्चात करीब डेढ़ माह बाद अपने विधायक दल का नेता तय कर पाई है।
आसन पर बैठने वाला व्यक्ति दोनों तरफ देखता है, उस पर संदेह करना ठीक नहीं
वेणुगोपाल ने बताया कि खरगे ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश अध्यक्ष बनाए रखने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। इससे डोटासरा राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष बने रहेंगे। उल्लेखनीय है कि गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रदेश में हार का सामना करना पड़ा और इसके बावजूद पार्टी ने डोटासरा पर फिर विश्वास जताया है।
डोटासरा सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ विधानसभा सीट से वर्ष 2008 से लगातार चार बार विधायक निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचे हैं और पार्टी ने उन्हें 14 जुलाई 2020 को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। वह गहलोत सरकार में मंत्री भी रहे और इससे पहले कांग्रेस के विपक्ष में रहते वह मुख्य सचेतक भी रहे।