तेल कंपनियों ने जुलाई में कॉमर्शियल गैस सिलेंडर का दाम 8.50 रुपए, अगस्त में 36 रुपए, सितंबर में 91.50 रुपए और अक्तूबर में 25.50 रुपए घटाए थे। इस तरह, पिछले पांच महीने की यह सबसे बड़ी कटौती भी है। तेल कंपनियों ने पिछले पांच महीने के दौरान कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के भाव में 257 रुपए की बड़ी कटौती की है। इससे रेस्तरां और ढाबे पर खाना सस्ता हो सकता है।
एक तरफ तो तेल कंपनियों ने कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में लगातार पांच महीने से कटौती जारी रखी है, जबकि घरेलू गैस सिलेंडर के भाव जुलाई से ही स्थिर चल रहे हैं। जयपुर के अलावा, दिल्ली में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर अभी 1053 रुपए, मुंबई में 1052.50 रुपए, चेन्न्ई में 1068.50 रुपए और सबसे ज्यादा कोलकाता में 1790 रुपए में बिक रहा है।
सरकारी तेल कंपनियां जुलाई से ही कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में लगातार कटौती कर रही है और यह लगातार पांचवां महीना है जब इसके दाम नीचे आए हैं। ताजा कटौती के बाद राजधानी दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत घटकर 1744 रुपए हो गई है. इसके अलावा मुंबई में कॉमर्शियल गैस सिलेंडर 1696 रुपए, कोलकाता में 1846 रुपए और चेन्नई में 1893 रुपए पहुंच गया है।
सरकार एक साल में प्रत्येक गैस कनेक्शन के लिए 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है। ग्राहक को हर सिलेंडर पर सब्सिडी समेत कीमत चुकानी होती है। बाद में सब्सिडी का पैसा खाते में वापस आ जाता है। अगर ग्राहक इससे ज्यादा सिलेंडर लेना चाहते हैं तो उन्हें बाजार मूल्य पर खरीदना होता है।
रसोई गैस पर 5 फीसदी जीएसटी वसूला जाता है, जिसमें 2.5 फीसदी केन्द्र के खाते में और 2.5 फीसदी राज्य के खाते में जाते है। यानि 19.20 रुपए केन्द्र और राज्य के खाते में प्रति सिलेंडर जाते है। कमर्शियल गैस पर 18 फीसदी जीएसटी वसूला जाता है, जिसमें 9 फीसदी केन्द्र के खाते में और 9 फीसदी राज्य के खाते में जाते है। यानि 124.70 रुपए केन्द्र और राज्य के खाते में प्रति सिलेंडर जाते है।