होटल, रेस्टोरेंट में परोसी जाएगी
सलाद और सब्जी के रूप में उपयोग में ली जाने वाली हरे रंग की शिमला मिर्च तो घर घर में आमतौर पर काम में ली जाती है लेकिन अन्य किस्म की रंग बिरंगी शिमला मिर्च का इस्तेमाल खास जगहों पर ही किया जाता है। अभी लाल, पीली और चॉकलेटी रंग की शिमला मिर्च उत्पादित की जा रही है लेकिन अब बैंगनी रंग की शिमला मिर्च का उत्पादन शुरू करने की तैयारी की जा रही है। यह मिर्च खासकर होटल्स, रेस्टोरेंट और मॉल्स की डिमांड को पूरा करेगी। यहां तैयार होने वाले फास्ट फूड को आकर्षक और स्वादिष्ट बनाने के लिए इस नए रंग की वैरायटी का इस्तेमाल होगा।
सलाद और सब्जी के रूप में उपयोग में ली जाने वाली हरे रंग की शिमला मिर्च तो घर घर में आमतौर पर काम में ली जाती है लेकिन अन्य किस्म की रंग बिरंगी शिमला मिर्च का इस्तेमाल खास जगहों पर ही किया जाता है। अभी लाल, पीली और चॉकलेटी रंग की शिमला मिर्च उत्पादित की जा रही है लेकिन अब बैंगनी रंग की शिमला मिर्च का उत्पादन शुरू करने की तैयारी की जा रही है। यह मिर्च खासकर होटल्स, रेस्टोरेंट और मॉल्स की डिमांड को पूरा करेगी। यहां तैयार होने वाले फास्ट फूड को आकर्षक और स्वादिष्ट बनाने के लिए इस नए रंग की वैरायटी का इस्तेमाल होगा।
स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
शिमला मिर्च स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए और बीटा-कैरोटीन होता है। हालांकि हरी शिमला मिर्च में बीटा-कैरोटीन नहीं होता है। लेकिन लाल, पीली और बैंगनी रंग की मिर्च में बीटा-कैरोटीन की मात्रा होती है जो वजन कम करने में सहायक होता है। शिमला मिर्च में कैलोरी बहुत कम होती है। शिमला मिर्च के सेवन से मेटाबॉलिज्म अच्छा रहता है। इसके सेवन से शरीर से टॉक्सिन निकलने की प्रक्रिया भी होती है। शिमला मिर्च डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है।
शिमला मिर्च स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए और बीटा-कैरोटीन होता है। हालांकि हरी शिमला मिर्च में बीटा-कैरोटीन नहीं होता है। लेकिन लाल, पीली और बैंगनी रंग की मिर्च में बीटा-कैरोटीन की मात्रा होती है जो वजन कम करने में सहायक होता है। शिमला मिर्च में कैलोरी बहुत कम होती है। शिमला मिर्च के सेवन से मेटाबॉलिज्म अच्छा रहता है। इसके सेवन से शरीर से टॉक्सिन निकलने की प्रक्रिया भी होती है। शिमला मिर्च डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है।