प्रदेश में पंचायत चुनावों का बिगुल बज चुका है। पहले चरण के लिए नामांकन भी भरे जा चुके हैं। चुनाव की वजह से प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में आदर्श आचार—संहिता लगी हुई है। यानि ना कोई तबादले किए जा सकते हैं और ना ही किसी तरह के लोकार्पण व शिलान्यास। मगर राजस्थान सरकार ने कई जिलों में कार्मिकों के तबादले कर दिए, जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा है।
कटारिया ने पत्र में लिखा है कि जयपुर, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, सिरोही, दौसा व जोधपुर में जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव के चलते आदर्श आचार संहिता लगी हुई है। इन 6 जिलों में स्थानांतरण एवं पदस्थापन पर पूर्ण प्रतिबन्ध है। इसके बावजूद आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। इन जिलों में बड़ी संख्या में स्थानांतरण/पदस्थापन आदेश जारी किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि संयुक्त शिक्षा निदेशक स्कूल शिक्षा जयपुर ने 372 द्वितीय वेतन श्रृंखला के अध्यापकों के स्थानांतरण किए हैं। निदेशक माध्यमिक शिक्षा में विभिन्न पदों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्थानांतरण, निदेशक संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा इन जिलों में स्थानांतरण आदेश जारी किए गए हैं। इसके अलावा जलदाय विभाग ने इंजीनियर्स व कर्मचारियों, चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा अधिकारियों के स्थानांतरण आदेश जारी किए हैं। कई अन्य विभागों में भी स्थानांतरण आदेश जारी कर आचार संहिता को ठेंगा बताया जा रहा है। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी से तुरंत प्रभाव से स्थानांतरण आदेशों को निरस्त करने की मांग की है।