समीक्षा बैठक में सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं व महंगाई राहत कैंप की तैयारियों पर चर्चा की। इसके बाद कानून व्यवस्था की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने पुलिस के धरपकड़ अभियान की तारीफ की। उन्होंने कहा कि कुछ घटनाओं में देखने को मिला कि अधिकारी दबाव में रहते हैं। उन्होंने चांदी की टकसाल में अवैध होटल के मामले और चूरू में यातायात पुलिसकर्मी के साथ हुई बदसलूकी की घटना का जिक्र करते हुए कहा, एक व्यक्ति का घर बनने से रोका और अवैध होटल पर कार्रवाई नहीं की गई। सीएमओ के दखल के बाद कार्रवाई की गई। मुख्यमंत्री ने जयपुर कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित से कहा कि जेडीए और निगम को काम देखकर नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। पटवारी व अन्य अधिकारियों की रिपोर्ट आपके पास भी आती है। उनपर ध्यान रखना चाहिए। इसी तरह चूरू में स्थानीय नेता के दबाव के चलते पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी करने वाले के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं की गई। सोशल मीडिया का जमाना है। पुलिसकर्मी का वह वीडियो देखते ही कार्रवाई होनी चाहिए थी। यहां भी सीएमओ से निर्देश के बाद अधिकारी चेते। यह स्थिति ठीक नहीं है।
मुझे जितनी अंग्रेजी आती है उतनी दामोदरन को हिंदी
मुख्यमंत्री गहलोत ने समारोह के मुख्य अतिथि एम.दामोदरन के संबोधन की भी तारीफ की और कहा कि दामोदरन अंग्रेजी में वक्तव्य दे रहे थे। मैं थोड़ी बहुत अंग्रेजी समझ जाता हूं। मुझे एक कर्मचारी पेपर पर लिख कर लगातार बता रहा था। साथ ही मुख्य सचिव उषा शर्मा दामोदरन के वक्तव्य को हिंदी में ट्रांसलेट करके मुझे बता रही थीं। अब मैं बोल रहा हूं तो उषा शर्मा को यह अंग्रेजी में ट्रांसलेट कर दामोदरन को बताना होगा। उन्होंने कहा कि मुझे जितनी अंग्रेजी आती है, उतनी ही उन्हें हिंदी आती है। दामोदरन और उषा के बीच मुख्यमंत्री की खाली कुर्सी थी। गहलोत ने सीएस को उस कुर्सी पर बैठकर दामोदरन को भाषण का ट्रांसलेट करने के लिए कहा।
चार कलक्टर सहित छह अधिकारी सम्मानित
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पाली कलक्टर नामित मेहता, झालावाड़ कलक्टर भारतीय दीक्षित, उदयपुर कलक्टर ताराचंद मीणा, बाड़मेर कलक्टर लोक बंधु, आयोजना संयुक्त सचिव सुशील कुल्हरी, सीएस कार्यालय के निदेशक (प्रोग्राम मॉनिटरिंग) डॉ. नितीश शर्मा को एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया।
समीक्षा बैठक के बाद झालाना स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित सिविल सेवा दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत ने जहां गुड गवर्नेंस के लिए नौकरशाहों की तारीफ की, वहीं देश भर की जांच एजेंसियों को भी दबाव में होना बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की एजेंसियां दबाव में हैं, यह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है। गुड गवर्नेंस का सपना ब्यूरोक्रेसी के बगैर संभव नहीं है, लेकिन आज हर क्षेत्र की तरह ब्यूरोक्रेसी में भी गिरावट देखने को मिल रही है। हमें संकल्प लेना चाहिए कि गिरावट को रोका जाए।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राजस्थान के नौकरशाहों की तारीफ करते हुए कहा कि ब्यूरोक्रेसी के जरिए हमने अपने चुनाव घोषणा पत्र के 90 फीसदी वादे पूरे कर दिए हैं। आज गुड गवर्नेंस के मामले में हम देश भर में टॉप पर हैं। उन्होंने सी.के.मैथ्यू, अरविंद मायाराम और अन्य अधिकारियों का नाम भी लिया। उन्होंने कहा कि आज कलक्टर बनना ही काफी नहीं है। नॉलेज इज पावर, आपको अपडेट रहना जरूरी है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता त्रिपुरा के पूर्व मुख्यसचिव एम. दामोदरन ने कहा कि लोकसेवक आमजन की अपेक्षाओं का केंद्र है। उनकी जिम्मेदारियां भी बड़ी हैं। सिविल सेवा दिवस 21 अप्रेल को है। सरकार ने इसका कार्यक्रम एक दिन पहले रखा है।