फेक एनकांउटर और सही एनकाउंटर में रात दिन का अंतर
गहलोत ने फेक काउंटर के सवाल पर कहा कि फेक एनकांउटर और सही एनकाउंटर में रात दिन का फर्क है, जहां सही एनकाउंटर की जरूरत होती है वहां पर पुलिस चूंकती नहीं है, उन्होंने कहा कि राजस्थान में फेक एनकाउंटर का रिवाज नहीं है और हम ऐसा चाहते भी नहीं है कि जहां पर ऐसा हो। फेक एनकाउंटर के जरिए किसी निर्दोष को मार दो या अपनी दुश्मनी निकालने के लिए किसी का फेक एनकाउंटर करवा दो यह सही नहीं है। राजस्थान में एक दो घटनाएं पहले ऐसी हुई हैं उनके मामले सुप्रीम कोर्ट तक चले हैं।
अपराध में वृद्धि और अपराध पंजीकरण में अंतर
गहलोत ने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि अपराधों में वृद्धि और अपराध पंजीकरण के मामलों में जमीन-आसमान का अंतर है। विपक्ष के लोग जानबूझकर इस तरह का भ्रम फैलाकर लोगों गुमराह कर रहे हैं और पूरे देश में राजस्थान को बदनाम किया जा रहा है जबकि हकीकत दूसरी है। प्रधानमंत्री से लेकर इन बीजेपी के केंद्रीय नेता भी लगातार इस मामले को लेकर राजस्थान को बदनाम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर की घटनाओं की राजस्थान से तुलना करते हैं ये सही नहीं है, मणिपुर में महिलाओं के साथ बलात्कार और हत्याएं हो रही है और उनकी तुलना राजस्थान से कैसे कर सकते हैं।
नाबालिग से रेप मामले में मध्य प्रदेश पहले स्थान पर
गहलोत ने एनसीआरबी के आंकड़े बताते हुए भाजपा को घेरा, उन्होंने कहा कि नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में साल 2021 में मध्य प्रदेश पहले स्थान पर, उत्तर प्रदेश चौथे स्थान पर और गुजरात छठे स्थान पर है जबकि राजस्थान 12वें स्थान पर है। रेप के बाद मर्डर के मामले में राजस्थान दसवें स्थान पर है, जबकि उत्तर प्रदेश पहले, असम दूसरे और मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर है। एनसीआरबी के इन आंकड़ों के बाद विपक्ष के लोग एक्सपोज हो गए हैं।
डीपीसी से होगी पुलिस में पदोन्नति
गहलोत ने कहा कि उन्होंने 15 अगस्त को घोषणा की थी कि ुपुलिस विभाग में शारीरिक दक्षता और परीक्षा की बजाए डीपीसी से पदोन्नति होगी। कांस्टेबल से लेकर पुलिस निरीक्षक तक के अधिकारियों में सरकार के फैसले से खुशी है।
मुख्यमंत्री ने की अपराधों की समीक्षा
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस मुख्यालय में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव, मुख्य सचिव उषा शर्मा, पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों के साथ बढ़ते अपराधों पर समीक्षा बैठक की और पुलिस को कठोर कदम उठाने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक से पहले कांस्टेबल प्रहलाद के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने त्वरित रिस्पांस के लिए 100 गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इमरजेंसी में 112 पर कॉल करने पर यह गाड़ियां मौके पर सहायता के लिए पहुंचेंगी।
वीडियो देखेंः- ASI Kidnapped in Dholpur: जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं…तो जनता किसके भरोसे रहे..? | Rajasthan News