मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को वर्ष 1962 में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने डॉ. विक्रम ए. साराभाई की सलाह पर भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति के नाम से स्थापित किया था। 15 अगस्त 1969 को इंदिरा गांधी के कार्यकाल में इस संगठन को मजबूत करते हुए इसका नाम इसरो किया गया।
गहलोत ने कहा कि युवाओं में वैज्ञानिक समझ को विकसित करने के लिए निरंतर कदम उठाए जा रहे हैं। जयपुर का जंतर मंतर प्राचीन भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान का प्रतीक है जो खगोल विज्ञान को लेकर प्रदेशवासियों के उत्साह और जिज्ञासा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लगभग 1500 राजकीय विद्यालयों के कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों में वैज्ञानिक गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए साइंस एंड स्पेस क्लब खोले जा रहे हैं।
कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए नासा के सहयोग से एस्टरॉइड खोज अभियान भी संचालित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल प्लेनेटोरियम, डिस्प्ले इन्फ्रास्ट्रक्चर, विज्ञान केन्द्र, उच्च स्तरीय रिजोल्यूशन के टेलीस्कोप, साइंस पार्क के विकास सहित विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने छात्राओं से मुलाकात की तथा चंद्रयान के बारे में उनके अनुभव जाने। वहां मौजूद छात्राओं ने मुफ्त स्मार्टफोन योजना के तहत मिले स्मार्टफोन से मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी ली।
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