कुछ दिनों पार्टी नेता राहुल गांधी की पदयात्रा प्रदेश में पहुंचेगी। यहां इसका जोरदार स्वागत किया जाएगा। यह यात्रा भारत जोड़ने के लक्ष्य के साथ कीर्तिमान बनाते हुए आगे बढ़ रही है। वे बारां सर्किट हाउस में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तारीफ करने को लेकर मचे बवाल पर गहलोत ने कहा कि कार्यक्रम में मोदी ने उन्हें सीनियर ही तो कहा है। मोदी प्रदेश की जनकल्याणकारी योजनाओं पर कुछ नहीं बोले। उन्होंने रतलाम-बांसवाड़ा रेललाइन और मानगढ़ को धाम बनाने के लिए कोई घोषणा नहीं की।
गहलोत ने कहा कि देश में गुजरात मॉडल के दावे की हकीकत अब लोगों के सामने आ चुकी है। वहां टूटी सड़कें, अनियोजित विकास और आमजन के हित के कोई काम नहीं हो रहे। इसके विपरीत राजस्थान में तेजी से हालात बदल रहे हैं। प्रदेश में जनकल्याणकारी योजनाओं का सीधा लाभ लोगों को मिल रहा है, ऐसे में केन्द्र ही नहीं अन्य प्रदेशों की सरकारों को भी यहां संचालित योजनाओं (राजस्थान मॉडल) का अनुसरण करना चाहिए।
उन्होंने केन्द्र सरकार के साथ आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इसके नेता भ्रामक प्रचार से लोगों को भरमा रहे हैं। पंजाब में छह माह में ही हालत बदतर हो गई है। दिल्ली में कुछ गिने.चुने कार्यों को छोड़ कोई उपलब्धि नहीं हैए जिसे गिनाया जा सके। आप पार्टी के नेता झूठ के बादशाह हैं। देश में कांग्रेस ही राष्ट्रीय पार्टी हैए जिसका सभी राज्यों में जनाधार है। भाजपा का दक्षिणी राज्यों में कोई नाम लेने वाला नहीं है। पार्टी का पहला प्रयास गुजरात व राजस्थान में सरकार बनाने का रहेगा। यहां जीत मिलने पर केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
लोगों को मिलना चाहिए सामाजिक सुरक्षा का घेरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका ध्येय सामाजिक सुरक्षा गारंटी योजना को लेकर है। इन योजनाओं का 1.30 करोड़ से अधिक परिवारों को फायदा मिल रहा है। पत्रकार वार्ता में कांगेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव, विधायक पानाचंद मेघवाल, किशनगंज विधायक निर्मला सहरिया व जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया भी मौजूद रहे।
महेश जोशी बोले, मैं तो कांग्रेस और शालीनता का गुलाम, खौफ पैदा करना मेरा काम नहीं
ऋण माफी में केन्द्र का सहयोग नहीं
उन्होंने कहा कि सत्ता संभालने के बाद राज्य सरकार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के किसानों के कर्ज माफ ी के वादे को पूरा किया है। अब तक 30 लाख किसानों के कर्ज माफ किए जा चुके हैंए लेकिन राष्ट्रीयकृत बैंकों का सहयोग नहीं मिलने से इस घोषणा को पूरा करने में दिक्कत आ रही है। केन्द्र सरकार को किसानों को संबल देने की इस योजना में सहयोग करना चाहिए।